किसानों ने राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन
दून। किसान संगठनों ने कृषि सुधार कानूनों के विरोध में चल रहे आन्दोलन के सात माह पूरे होने पर आज देश भर में राजभवनों के निकट धरना प्रदर्शन किया और राज्यपालों को ज्ञापन सौंपा।
इसी कड़ी में राजधानी देहरादून में उधमसिंहनगर, हरिद्वार और नैनीताल से किसान बड़ी संख्या में पहुंचे किसानों ने राजभवन कूच किया। किसानों को पुलिस द्वारा हाथीबड़कला पुलिस चौकी के पास रोक दिया गया। पुलिस बैरिकेटिंग पर किसानों ने सरकार की नीतियों के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया।
उधम सिंह नगर के किसान नेता जगतार सिंह बाजवा का कहना है कि देश का किसान 7 महीने से सड़कों पर आंदोलन कर रहा है लेकिन सत्ता में बैठे लोग उसकी आवाज सुनने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में भी किसानों ने देश को अन्न उपलब्ध कराया है। 7 माह में आंदोलन के दौरान 500 किसानों की जान जा चुकी है।
किसानों का कहना है कि उनका यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक इन तीनों कानूनों को रद्द नहीं किया जाता है तथा फसलों के समर्थन मूल्य का कानून नहीं लाया जाता। किसान नेताओं ने कहा कि सरकार किसानों के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार कर रही है। हम राज्यपाल को ज्ञापन देना चाहते हैं लेकिन शांतिपूर्ण प्रदर्शन के बाद भी उन्हें आगे नहीं जाने दिया जा रहा है। इस दौरान पुलिस के साथ किसानों की तीखी नोकझोंक भी हुई तथा पुलिस ने इन किसानों को गिरफ्तार कर लिया है।
मैं सभी किसान यूनियन के लोगों को कहना चाहता हूँ कि उनको अपना आंदोलन समाप्त करना चाहिए।
भारत सरकार कानून के किसी भी प्रावधान पर बात करने के लिए भी तैयार है और उसका निराकरण करने के लिए भी तैयार है। pic.twitter.com/VUxrAh8MZl
— Narendra Singh Tomar (@nstomar) June 26, 2021
इस बीच श्री तोमर ने ट्वीट कर कहा , “ मैं सभी किसान यूनियन के लोगों को कहना चाहता हूँ कि उनको अपना आंदोलन समाप्त करना चाहिए। भारत सरकार कानून के किसी भी प्रावधान पर बात करने के लिए भी तैयार है और उसका निराकरण करने के लिए भी तैयार है। ”