दून कलक्ट्रेट परिसर में डीएम की देख-रेख में चला सफाई अभियान
दून। जनपद में डेंगू की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन की ओर से व्यापक व्यवस्थाएं त्वरित गति से शुरू कर दी गई हैं। इस क्रम में आज जिलाधिकारी डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्तव ने कलेक्टेªट परिसर में विभिन्न कार्यालयों प्रतिष्ठानों आदि स्थानों पर फैली गन्दगी, अवरूद्ध नालियों, पानी की टंकियों एवं जलभराव वाले स्थानों पर स्वयं जाकर सफाई अभियान चलाया। डेंगू के मच्छर को पनपने से रोकने के लिए नियमित साफ-सफाई, नालों, नालियों की सफाई, पानी की टंकियों की साफ-सफाई तथा यत्रतत्र फैले कूड़े के निस्तारण हेतु अधिकारियों, कर्मचारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक शुक्रवार को प्रातः 10 बजे से 11 बजे तक सभी शासकीय अधिष्ठानों में साफ-सफाई का अभियान चलाया जाए। इस दौरान उन्होंने अधिकारियोंध्कर्मचारियों को स्वच्छता अपनाने, कार्यालय में स्थित वाशरूम की सफाई रखने, जलभराव वाले स्थानों से पानी की निकासी करने, पानी की टंकियों को ढक्कन बंद करने के साथ ही हाईपोक्लोराइट एवं फाॅगिंग आदि कराए जाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि डेंगू की रोकथाम के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं ताकि गतवर्ष की भांति भी इसके संक्रमण को रोका जा सके। इसके लिए सभी अधिकारियोंध्कर्मचारियों को अपसी समन्वय बनाकर कार्य करना है तथा अपने ईर्द-गिर्द जहां पर गन्दगी नजर आती है वहां पर साफ-सफाई करने के साथ ही कीटनाशक दवाध्ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया जाए।
जिलाधिकारी ने डेंगू-मलेरिया उन्मूलन हेतु आगामी नवम्बर माह तक लगातार व्यापक पैमाने पर अभियान चलाते हुए जलभराव क्षेत्रों में पानी की सुगम निकासी करने, नालियों-नालों की नियमित सफाई करने, चूने का छिड़काव, फाॅगिंग, पानी की टंकी के जल शुद्धीकरण जैसे कार्यों को लगातार करते रहने के निर्देश दिये तथा जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में पिछले वर्ष सामने आये डेंगू के हाॅट-स्पाॅट क्षेत्रों , टायरों की दुकानों व वर्कशाॅप, नर्सरी, होटल्स, शासकीय भवनों, वेडिंग प्वांईट्स, कन्स्ट्रक्शन्स साईट्स, गमलों, टूटे-फूटे टायरों-डब्बों, कूलर इत्यादि की चैकिंग करते हुए रूके पानी को हटाने तथा लोंगों को इसके लिए जागरूक करने तथा उसके पश्चात उल्लंघन करने वाले संस्थानों/फर्मों/दुकानों पर सुसंगत कानून के तहत् सख्त वैधानिक कार्यवाही करने के अधिकारियों को निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि डेंगू उन्मूलन और सेनेटाइजेशन अभियान में सम्बन्धित क्षेत्रों के जनप्रतिनिधियांे विधायकगण, अध्यक्ष जिला पंचायत, मेयर नगर निगम, मा. सदस्य जिला पंचायत,पार्षदगण, सभासदजन का भी सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए सहयोग लें और उनको अपने आसपास किसी भी तरह के जलभराव को हटाने और सेनिटाइजेशन करवाने हेतु प्रेरित करें। जिलाधिकारी ने सिंचाई विभाग को निर्देश दिये कि जनपद में स्थित सभी तालाबों में गम्बूजिया मछली छोड़ी जाय ताकि मच्छरों के लार्वा का खात्मा हो सके। उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध में केन्टोंमेंट बोर्ड से भी बात कर ली जाय और उनको भी डेंगू उन्मूलन और कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए प्रेरित किया जाय। इसी तरह जनपद के रायपुर, पथरिया पीर एवं ऋषिकेश में भी चन्द्रेश्वर, मायाकुण्ड जैसे पिछले डेंगू हाॅट-स्पाॅट क्षेत्रों पर भी विशेष फोकस करते हुए अभियान चलायें और लोगों को इसके लिए जागरूक भी करें।