स्वास्थ्य विभाग क बड़ी लापरवै,कोरोना किट बंटणा मा ब्रांडिंग बंण ग्यायी बाधा
प्रदेश सरकार अर स्वास्थ्य विभाग थैं कोरोना संक्रमितों मरीजों क कतगा चिन्ता च या इन्न ब्वळै जावा कि कोरोना से बीमार मनखियों थैं बचणा मा सरकार स्वास्थ्य विभाग कतगा गम्भीर च या क सबूत ईं बात से मिलदी कि कोराना का इलाज घौर मा रैकि करण वळा (होम आइसोलेशन) मनखियों मा न त सरकारी कोरोना किट पौंचणि च अर न ही ऊंकू हाल-चाल पूच्छणू खूंणि कुईं।
कोरोना किट कोरोना मरीजों तक किलै नि पौंच्णिच, त यांकू कारण च किट पर लगि पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत क फोटो। जै थैं छूपोंणा खूणि अब स्वास्थ्य विभाग स्टीकर लगाणु च। या स समझे जै कसदा कि कोरोना मरीजों थैं लेकैकि सरकार अर स्वास्थ्य विभाग कतग गम्भीर च।
सरकार अर स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना मरीजू दगड़ मा यां से बडु मजाक औरि क्या ह्वै सकदु कि सरकारी सुविधा अर दवै पर फोटो लगणा कु चळन अब बीमार मनखियों पर भारी प्वड़न बैठि ग्यायी।
कोरोना क दूसरी लहर मा जब हजारों संक्रमित मनखि अपड़ा घौर मा रैकैकि अपडु इळाज करणा छन। ऐ बगत उथैं कोरोना किट क जरूरत च। मगर कोरोना किट पर छपि त्रिवेंद्र रावत क फोटो ऊंकी बिमारी पर भारी प्वडी़ ग्यायी। अब पूरणा डिब्बों पर स्टीकर लगैकि त्रिवेन्द्र सिंह रावत क फोटो थैं छिपणा कू काम सीएमओ दफ्तर मा चलणु च। ऐ काम मा विभाग न आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों थैं लग्युं च।
ऐ किट मा ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर, मास्क अर दवै व दिशा निर्देशन छन। सबसे बड़ी बात या च लगातार बड़ा-बड़ा अधिकारी घौर मा रैंण वळा कोरोना का मरीजू थैं कोरोना किट देंणा क बात ळगातार करणा छन। मगर सच यों च कोरोना किट अबि तक कै भि मरीजों तक नि पौंछी। कैलेकि कोरोना किट अबि तक तयार हि नि छन।