पहाड़ मा ऊंचि जगह मा बण्यें जाण चैंद ‘सैनिक धाम’
भारत क पूर्व डिप्टी सर्वेयर जनरळ ऑफ इंडिया ब्रिगेडियर के. जी. बहळ अर सैनिक शिरोमणि मनोज ध्यानी द्विय्यों न एक दगड़ बयान जारी कैरिक सरकार से मांग कायी कि सैनिक धाम भि औरि धाम क तरौ कै ऊँचों पहाड़ मा बणायें जाणा चैंद।
अपड़ा बयानमा द्विय्या जनों न ब्वाळ कि हमथैं पता चळि कि प्रदेश का मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत नेताजी सुभाष चन्द्र बोस क जन्मबार 23 जनवरी खुणि गुनियाळ गौं मा सैनिक धामकु शिळान्यास करणा छन। बयान जारी कैरिक द्विय्यों न ब्वाळ कि हमर प्रदेश क जादा से जादा भूतपूर्व सैनिकोंक मनण यों क हमर प्रदेश मा सैनिक धाम भि कै ऊच्चि जगह मा हूंण चैंद जन कि हमरा औरि धाम छन।
उन्न ब्वाळ कि देरादूण चीड़ बाग मा त शौर्य स्थळ पैळि बटि च, जै कारण से सैनिक धाम थैं देरादूण मा बण्यें जाणा सै नि च।
उन्न सरकार थैं सुझाव द्यायी कि सैनिक धाम रूड़ि क राजधानी गैरसैंण मा बण्यें जाणा चैंद।
गैरसैंण राजधानी क प्रमुख रणनीतिकार ‘सैनिक शिरोमणि मनोज ध्यानी न बतै कि सैनिक धाम का बारा मा उन्न गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान तरफ बटि देशक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, अर केन्द्रीय मंत्री रमेश पोखरियाळ निशंक, प्रदेश का मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, टिहरी सांसद माला राज लक्ष्मी, अनिळ बळूनी थैं ट्वीट कैरि याळी कि प्रदेश क सैनिकोें की ईच्छा अर हमरि भि या मांग च कि सैनिक धाम गैरसैंण मा बण्यें जाणा चैंद। उन्न ब्वाळ कि हमरि या मांग भि सरकार से च कि गैरसैंण थैं पूर्णकाळिक राजधानी बण्यें जावा किलैकि रूड़ि की राजधानी गैरसैंण मतलब अद्दा लडै़ं जीति अर अद्दा लड़ै बाकी जन च।