अब पुलिस क रसौणा मा भि ह्वैळी पहाड़ि खाणा क रस्याण
उत्तराखण्ड क पहाड़ी खाणा मा रस्याण हि न बल्कि पहाड़ि खाणकुु हमर शरैळ खुणि भि लाभदायक हूंद। क्वादक रव्ट्टि, कंडाळी कु साग, फाणु, डुबुक, गहत क दाळ, काळा भट्ट, झंगोरू के बात ही कुछ और होंद।
पहाड़ क रसौण क ईं रस्याण थैं अब अगैन बढ़ाणा कु काम उत्तराखण्ड पुळिस करणि च। उत्तराखण्ड क पुळिस महानिदेशक न प्रदेश के सबि जिळों मा प्रभारियों अर सेनानायकों थैं आदेश दे द्यायी कि सबि जिळों मा थाना अर चैकियों मा चळण वळा रसौणों मा हफ्ता मा एक दिन उत्तराखण्डि खाणाकु (गढ़वाळि कुमाऊँनी) बणायें जावा।
उत्तराखण्ड पुळिस महानिदेशक न ब्वाळ कि पहाड़ि खाणकु हमरा शरैळ खूणि बहुत ळाभदायक च। उन्न ब्वाळ कि पुळिस रसौणा मा पहाड़ि खाणकु बणाण से पहाड़ि उत्पाद क मांग बढ़ळि जै से जिमदारू थैं अगैन बढ़णा कु मौका मिळळु अर दगड़-दगड़ मा पुळिस का जवानु थैं स्वास्थ्य ळाभ भि मिळळु।