सर्दी के महीनों में कोविड अनुकूल व्यवहार का पालन करने की जरूरत : डाॅ.हर्षवर्धन
नई दिल्ली। केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये कोरोना पर उच्च स्तरीय मंत्री समूह की बैठक की अध्यक्षता की।
बैठक में डॉ. हर्षवर्धन ने महीनों से महामारी के खिलाफ लड़ रहे कोरोना वॉरियर्स के प्रति आभार व्यक्त किया और उन्हें नमन किया। डॉ. हर्षवर्धन कहा कि 62,27,295 स्वस्थ मामलों के साथ भारत की विश्व में सबसे अधिक 86.78 प्रतिशत रिकवरी दर है। 1.53 प्रतिशत मृत्यु दर विश्व में न्यूनतम हैं। मामलों के दोगुना होने की दर तीन दिन हुआ करती थी, जिसे हमें 74.9 दिन करने में कामयाबी मिली है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य ने आने वाले त्योहारों के मौसम और सर्दी के महीनों में कोविड अनुकूल व्यवहार का पालन करने की जरूरत दोहराई और सभी से इसके पालन की अपील की। उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री ने महामारी के प्रसार पर काबू पाने के लिए त्योहारों को मनाते समय कोविड अनुकूल व्यवहार को प्रोत्साहित करने और उसका पालन करने के लिए देशव्यापी जन-आंदोलन की शुरुआत की है।
राष्ट्रीय संचारी रोग नियंत्रण (एनसीडीसी) के निदेशक डॉ. सुजीत के. सिंह ने विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसमें बताया गया कि किस तरह डेटा के अनुसार श्रेणीकृत नीतियों ने महामारी पर महत्वपूर्ण नियंत्रण पाने में मदद दी है। उन्होंने मामलों की संख्या, मृत्यु की संख्या, उनकी वृद्धि दर के आंकड़े दिखाए और कहा कि नीतिगत हस्तक्षेप के कारण विश्व की तुलना में ये बेहतर हैं। भारत की कुल रिकवरी दर 86.78 प्रतिशत है।
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. विनोद के. पॉल ने विस्तृत प्रस्तुतिकरण के माध्यम से मंत्री समूह को भारत और विश्व में कोविड वैक्सीन के विकास की प्रक्रिया से अवगत कराया। उन्होंने जनसंख्या के प्राथमिकता वाले वर्ग पर व्यापक अध्ययन प्रस्तुत किया, जिन्हें सेंटर फॉर डिजिज कंट्रोल (सीडीसी), अमरीका और विश्व स्वास्थ्य संगठन की सिफारिशों के अनुसार वैक्सीन की प्रारंभिक खुराक मिलेगी। उन्होंने कोविड-19 से मृत्यु से संबंधित महिलाओं और पुरूषों के आयु समूह, भारतीय जनसंख्या में जरूरतमंद आयु समूह के प्रतिशत और इन आयु समूहों में कोविड-19 के साथ अन्य बीमारियों पर भी प्रस्तुतिकरण दिया।
इस बैठक में विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर, नागरिक विमानन मंत्री हरदीप एस. पुरी, जहाजरानी (स्वतंत्र प्रभार), रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री मनसुख लाल मंडाविया, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चैबे और नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. विनोद के. पॉल ने बैठक में वर्चुअल माध्यम से भाग लिया।