सरकार को कोरोना की पहली वैक्सीन मार्च 2021 तक आने की उम्मीद
दुनिया के अधिकतर देश कोरोना नाम की महामारी से जूझ रहे हैं. कोविड 19 की वैक्सीन बनाने के लिए पूरी दुनिया के वैज्ञानिक युद्ध स्तर पर रिसर्च कर रहे हैं। अमेरिका और ब्रिटेन में कोरोना के कुछ वैक्सीन ट्रायल के तीसरे फेज में पहुंच चुके हैं।
भारत में भी कोरोना की तीन में से दो वैक्सीन के अगले साल मार्च तक पेश किये जाने की उम्मीद है। केंद्र सरकार ने वैक्सीन बांटने से लेकर उसके प्रबंधन के लिए तैयारी शुरू कर दी है. सरकार को भी अगले साल के शुरू में कोविड-19 की वैक्सीन मिलने की उम्मीद है।
पिछले गुरुवार को सरकार और वैक्सीन बनाने वाली शीर्ष कंपनियों के साथ एक बैठक हुई थी. इसमें संकेत मिले हैं कि कोरोना वैक्सीन का पहला बैच मार्च 2021 तक लॉन्च हो सकता है. इससे पहले दोनों वैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल के सफल होने और विशेषज्ञों का क्लियरेंस मिलना जरूरी है.
इस बैठक में वैक्सीन कंपनियों सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, भारत बायोटेक और जाइडस कैडिला के वरिष्ठ अधिकारियों ने नीति आयोग के सदस्य विनोद पॉल की अध्यक्षता में चर्चा की. सरकारी सूत्रों ने ईटी को बताया, बैठक में वैक्सीन की समयसीमा, नियामक संस्थान से वैक्सीन को मंजूरी मिलने की प्रक्रिया, वैक्सीन की उपलब्धता, वितरण और अन्य चुनौतियों पर चर्चा की गई।
इस बैठक में केंद्र सरकार के महत्वपूर्ण मंत्रालयों के सचिव, स्वास्थ्य विभाग, आईसीएमआर और फार्मा कंपनियों के प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया था. उन्होंने बताया कि अगर सब कुछ सही रहा तो मार्च 2021 में कोरोना वैक्सीन को लॉन्च किया जा सकता है.
इसके बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा था कि सरकार का लक्ष्य 20-25 करोड़ लोगों को जुलाई 2021 तक कोरोना वैक्सीन देने का है. उन्होंने कहा उस वक्त तक सरकार को 40-50 करोड़ वैक्सीन डोज मिल सकते हैं.