कोरोना वाइरस से खबरदार अर सुरिक्षत रैंणक जरुरत च
देशम् कोरोना वाइरस से ग्रसित मनखियों की संख्या ळगातार बढ़दे जाणी च। अबि तक कोरोना वायरस से हमरू पिछा छुट्ळु इन त दिखेणु नि च। अब त एक दिनमा 90 हजार से जादा कोरोना का मरीज मिळणा छन। ज्या चिंताजनक बात च। हमथैं कोरोना वायरस से हर हाळ मा जितण च, लेकिन अबि त कोरोना क रफ्तार थैं जल्दी से जल्दी कम करणा क बात च।
अजकाळ कोरोना से मनखियों क जान कु खतरा बणणु च। कोरोना पाॅजिटिव मनखियों मा आधा से लैकेकि तीन चैथाई मनखियों थैं सांस ळिण मा दिक्कत, दिळ की बिमारि, थकान जनि समस्या छन। कोरोना थैं लैकैकि हमरि समझ अर वैकु इळाज करणा का तरीका मा बदळाव क जरूरत च। हमथैं कोरोना से बचणा खुणि पैळि अप्फु थैं बचाणा का उपाय करणा प्वाड़ळा, जन कि एक दुसुर से दूरी बणैकि रखण प्वाड़ळी, सदनि मास्क ळगाणा प्वाड़ळु।
हमर देश मा कोरोना 90 हजार से जादा मनखि एक दिन मा कोरोना से बिमार हुंणा छन, तबि भि कोरोना थैं लैकैकि लोग लापरवाह दिखैणा छन। थाड़ (सार्वजनिक) मा मनखि मास्क भि ढंग से नि लगाणा छन अर न हि एक दुसुर से जरूरी दूर बणैंकि रखणा छन। या से त इन लगणु च क लोग जाणबुझिक खतरा मोळ ळिणा छन।
इनमा या बात तसळी दिणी च कि हमर देश मा कोरोना मरीजू क मृत्यु दर मा खळाखळ गिरावट आणि च लेकिन ये बात कु यू मतळब कतई नि लगाण चैंद कि हमथैं कोरोना थैं लैकैकि लापरवाह हुंण चैंद। मनखियों थैं समझ मा ए जाण चैंद कि अबि कोरोना थैं लैकैकि सावधानी नि करळा त कोरोना तेजी से फैळलु अर कोरोना से हमरि लड़ै कमजोर ह्वै जाळीं। त अब हमथैं कोरोना थैं कतई भि नजरअंदाज नि करण चैंद। कोरोना से हमथैं खबरदार रैंण, अर सुरक्षित रैंण क जरुरत च।