‘भारत पढ़े ऑनलाइन’ अभियान की हुई शुरुआत
नयी दिल्ली, केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने देश में कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ के प्रकोप से उपजे संकट को देखते हुए ऑनलाइन शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए ‘भारत पढ़े ऑनलाइन’ कार्यक्रम को शुरू किया है।
डॉ निशंक ने कहा है कि एक सप्ताह तक चलने वाले इस ऑनलाइन शिक्षा कार्यक्रम के बारे में कोई सुझाव ‘भारत पढ़े ऑनलाइन हैश टैग’ पर पोस्ट कर सकता है। इसके अलावा भारत पढ़े ऑनलाइन एमएचआरडी /जीमेल.कॉम पर भेज सकते हैं।
उन्होंने इस अभियान का उद्देश्य भारत में डिजिटल शिक्षा के लिए उपलब्ध प्लेटफार्म को और बढ़ावा देना है।
डॉ निशंक ने कहा,“ इस अभियान के तहत स्कूल में अथवा उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्रों को जोड़ा जायेगा क्योंकि वे ही हैं जो सबसे ज्यादा विभिन्न विषयों को पढ़ाने वाले डिजिटल शिक्षा प्लेटफॉर्मों से लगातार जुड़े रहते हैं। वे ये बात मंत्रालय या मंत्री से सीधे तौर पर बता सकते हैं कि इन प्लेटफॉर्मों में क्या कमी है और इनको कैसे दूर किया जा सकता है।”
इसके अलावा शिक्षकों को भी इस अभियान से जोड़ा जायेगा ताकि वे आगे आकर अपने अनुभव एवं विशेषज्ञता द्वारा ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली को और बेहतर बनाने अपना योगदान दें। शिक्षकों के साथ संवाद कर के उनसे इस बारे में सुझाव लिए जायेंगे कि भारत में ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली किस तरह की होनी चाहिए. इसके अलावा उनसे यह भी सुझाव लिए जायेंगे कि अभी इसमें क्या-क्या कमियां हैं और पारम्परिक क्लासरूम की पढ़ाई में उन्हें क्या-क्या कठिनाई आती हैं जिसको वे ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली द्वारा दूर कर सकते हैं।”
उन्होंने कहा कि सभी अपने-अपने सुझाव एवं विचार सोशल मीडिया जैसे ट्विटर, फेसबुक एवं इंस्टाग्राम पर साझा कर सकते हैं इसके अलावा मानव संसाधन विकास मंत्रालय की वेबसाइट पर भी यह प्रक्रिया संपन्न की जा सकती है।
सभी अपने-अपने सुझाव एवं विचार ट्विटर और मायगोव की वेबसाइट द्वारा साझा कर सकते हैं। इस अभियान का प्रचार सोशल मीडिया जैसे ट्विटर, फेसबुक एवं इंस्टाग्राम के साथ-साथ मानव संसाधन विकास मंत्रालय की वेबसाइट द्वारा होगा, इसके अलावा मंत्रालय गूगल एड और यू-ट्यूब एड के द्वारा भी इसका प्रचार करेगी।
इस अभियान के पहले चरण में सभी सुझाव ट्विटर और मायगोव वेबसाइट के द्वारा लिए जायेंगे उसके बाद दूसरे चरण में टॉप 10 सुझाव देने वालों को मंत्रालय की तरफ से या तो ई-मेल जायेगा या उनके ट्विटर अकाउंट पर मैसेज भेजा जायेगा जिसमें उनको एक गूगल फॉर्म दिया जायेगा जिसमें उन्हें अपने सुझावों को विस्तार से ब्यौरा देंगे।
इस अभियान को सफल बनाने के लिए सोशल मीडिया की एक टीम, एनसीईआरटी के प्रोफेसर, एनसीईआरटी के प्रोफेसरों, मायगोव की टीम और मंत्रालय के साथ मिलकर काम करने वाले युवाओं और मंत्रालय के अधिकारीयों को लगाया जायेगा।
यह अभियान आज से ही शुरू हो जायेगा, आज से लेकर 16 अप्रैल तक इस अभियान का पहला चरण चलेगा जिसके बाद 18 अप्रैल को पहले चरण के विजेताओं के नाम बताये जायेंगे। उन्नीस से लेकर 24 अप्रैल तक दूसरा चरण चलेगा और 28 अप्रैल को विजेताओं के नाम बताये जायेंगे।
साभार वार्ता