अमेरिका के चिड़ियाघर बाघ में कोरोना संक्रमण मिलने से भारत अलर्ट
अमेरिका के एक चिड़ियाघर में एक बाघ के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि के बाद केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण (सीजेडए) ने सोमवार को देश के सभी चिड़ियाघरों से हाईअलर्ट पर रहने और संदिग्ध मामलों में नमूने लेने के लिए कहा है। सीजेडए सदस्य सचिव एसपी यादव ने राज्यों और केंद्र शासित क्षेत्रों को लिखे गए एक पत्र में कहा कि अमेरिका के कृषि विभाग की राष्ट्रीय पशु चिकित्सा सेवा ने न्यूयाॅर्क के ब्रोन्क्स चिड़ियाघर में एक बाघ के कोविड-19 से संक्रमित होने की पुष्टि की है। पत्र में कहा गया कि देश के सभी चिड़ियाघरों को सलाह दी जाती है कि वह सतर्क रहें और सीसीटीवी के जरिए जानवरों के किसी भी असामान्य व्यवहार या लक्षण का पता लगाने के लिए हर पल नजर रखें। प्राधिकरण ने कहा कि स्तनपायी जीव खासतौर पर बिल्लियों, गंधबिलाव और बंदरों पर सतर्कता से निगरानी करने और संदिग्ध मामलों के नमूने पाक्षिक रूप से कोविड-19 की जांच के लिए तय किए गए पशु स्वास्थ्य संस्थानों में भेजे जाने की जरूरत है।
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) देश के सभी चिड़ियाघरों के लिए पहले ही गाइडलाइन जारी कर चुका है। आईसीएमआर ने खासकर कीड़े-मकोड़ों का भक्षण करने वाले जानवरों पर विशेष नजर रखने के लिए कहा है। साथ ही उसका यह भी कहना है कि चिड़ियाघर का कोई जानवर कोविड-19 से संक्रमित तो नहीं है इसे पता करने के लिए संदिग्ध मामलों की जांच प्रत्येक 15 दिन में कराई जाए।
भारत के सबसे पुराने अलीपुर चिड़ियाघर के निदेशक आशीष कुमार सामंत ने कहा कि फरवरी के मध्य से ही बाघों के बाड़ों में और चिड़ियाघर में एंटीवायरल दवाओं का नियमित स्प्रे करने समेत अनेक एहतियाती कदम उठाये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बाघ के कोविड-19 संक्रमित होने की खबर वाकई चिंताजनक है। हमने सभी संरक्षकों, डाॅक्टरों तथा चिड़ियाघर के अन्य स्टाफ सदस्यों के लिए कड़े सुरक्षा नियम लागू किये हैं। अब फैसला किया गया है कि बाघों पर 24 घंटे कड़ी नजर रखी जाएगी ताकि किसी भी तरह की परिस्थिति बनने पर यथासंभव जल्द से जल्द कदम उठाये जा सकें। सभी कर्मचारियों खासतौर पर देखभाल करने वालों और डाॅक्टरों की आपात बैठक बुलाई है ताकि वे सभी पशुओं का इलाज करते वक्त मास्क, दस्ताने पहनने तथा सैनेटाइजर का इस्तेमाल करने जैसे सुरक्षा नियमों का पालन करें।