हर्ष को द हंस फाउंडेशन ने दिया नया जीवन
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के गाँव लिवाड़ी के रहने वाले हर्ष के विश्व बाल दिवस 20 नवम्बर का दिन खुशियों की सौगात ले कर आया।
विश्व बाल दिवस पर हर्ष के परिवार के लिए बड़े ही हर्ष का दिन रहा। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले गाँव लिवाड़ी के रहने वाले हर्ष के परिवार का हर्ष अब पहाड़ की अपने छोटे दोस्तों के साथ खेल-कूद सकेगा और सामान्य बच्चों जीवन निर्वाह कर अपने भविष्य के सपने साकार कर सकेगा।
हर्ष जो कि जन्म से हृदय के घातक रोग से पीड़ित था। हर्ष के माता पिता अपने बच्चे के इलाज पर होने वाले खर्च वहन करने में असर्मथ थे। ऐसे में हर्ष का आज एक नया जीवन मिला और वह सब सम्भव हो पाया समाज सेवी माताश्री मंगला जी एवं श्री भोले जी के आशीष से। द हंस फाउंडेशन लिटिल हार्ट्स प्रोग्राम के तहत हर्ष का इलाज करवा रहा है।
माताश्री मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज जी संकल्प व प्ररेणा कि देश में शिशु को इलाज मिले, वह स्वस्थ रहें और खुशहाल रहे। दि हंस फाउंडेशन पिछले कई वर्षों से लिटिल हार्ट्स प्रोग्राम चला रहा है। यह कार्यक्रम उन नन्हें शिशुओं को समर्पित है, जिनके माता-पिता इलाज कराने में आर्थिक रूप से सक्षम नहीं हैं।
हर्ष के पिता उपेंद्र और माँ रविंद्ररी देवी की आँखों में खुशी के आंसु है जो उनकी भावना व खुशी को व्यक्त कर रही है और वह सब इस लिए सम्भव हो है द हंस फाउंडेशन के सहयोग से। हर्ष के पिता रोते हुए कहते है हमने कभी सोचा भी नहीं था कि हमारा बेटा अपने बचपन को जी पायेंगा वह फिर कभी खेल पायेंगा। हर्ष की माँ माताश्री मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज जी , द हंस फाउंडेशन और उन सभी डाक्टरों का धन्यवाद देते हुए कहती है कि द हंस फाउंडेशन और माताश्री मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज हमारे लिए साक्षात भगवान है। उनके ही कारण आज हमारे हर्ष को एक नया जीवन मिला है। माताश्री मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज जी व द हंस फाउंडेशन धन्य है। असल में यही असल मानव सेवा है मानव धर्म है।