उत्तराखण्ड का एक और लाल सरहद पर हुआ शहीद
UK Dinmaan
देश की रक्षा करते हुए देवभूमि उत्तराखंड का एक और लाल सरहद पर शहीद हो गया है। जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के नौसेरा सेक्टर में पाकिस्तानी सेना की ओर से की गई गोलाबारी में देहरादून के राझावाला (सहसपुर) निवासी लांस नायक संदीप थापा शहीद हो गया है। वह तीसरी गोरखा राइफल्स में तैनात था।
भारत सरकार की ओर से जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाये जाने के बाद से पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की ओर से नापाक हरकत की जा रही है। इससे एलआसी पर तनाव बढ़ा हुआ है। इस बीच सेना का जवान संदीप थापा अपनी ड्यूटी पर मुस्तैद रहे और देश की रक्षा करते हुए प्राण न्यौच्छावर कर दिए। शहीद जवान का पार्थिव शरीर रविवार तक उनके पैतृक आवास पहुंचने की संभावना है। आवास पर अंतिम दर्शन के बाद सैन्य सम्मान के साथ शहीद की अंत्येष्टि की जाएगी।
मिली जानकारी के अनुसार, गोरखा राइफल्स का जवान संदीप थापा वर्तमान में राजौरी के नौसेरा सेक्टर में तैनात था। शनिवार सुबह करीब साढ़े छह बजे के आसपास पाकिस्तान सेना ने संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए सीमा पर जबरदस्त गोलाबारी की और मोर्टार दागे। भारतीय सेना ने भी इसका मुंहतोड़ जवाब दिया और पाकिस्तान सेना की एक पोस्ट तबाह कर दी। पाक सेना द्वारा अकारण की गई गोलाबारी में लास नायक संदीप थापा गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल जवान को इलाज के लिए सेना के नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उपचार के दौरान वह शहीद हो गया। शहीद जवान का पार्थिव शरीर रविवार तक उसके पैतृक आवास पहुंचने की संभावना है।
सरहद पर संदीप थापा की शहादत की खबर मिलने से उसके घर में मातम पसर गय वहीं, सहसपुर विधायक सहदेव पुंडीर, भाजपा नेता सुखदेव सिंह फरस्वाण आदि भी शहीद के आवास पहुंचे और परिजनों का ढांढस बंधाया।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत व विस अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने भी लांस नायक संदीप थापा की शहादत पर दुख जताया है। सीएम ने कहा कि सीमा पर पाकिस्तान की गोलीबारी में उत्तराखंड के सपूत संदीप थापा देश के लिए कुर्बान हुए हैं। मैं शहीद जवान को कोटि कोटि नमन करता हूं।
संदीप थापा के दोनों छोटे भाई भी सेना में ही तैनात हैं। शहीद जवान के पिता भगवान सिंह थापा भी सेना से सुबेदार रैंक से रिटायर हुए हैं।
संदीप का विवाह कुछ साल पहले ही हुआ था। उनका दो साल का एक बेटा है। शहीद की मां व पत्नी का भी रो रोकर बुरा हाल है। लास नायक संदीप थापा की शहादत की खबर मिलते ही आसपास के क्षेत्र के तमाम लोग उसके पैतृक आवास पर जुट गये।