फैमिली शो बनी कांग्रेस की ‘परिवर्तन यात्रा’
प्रदेशभर में निकाले जानी वाली कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा का पहला दिन प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के लिए ‘खास’ रहा। यात्रा की शुरुआत उनके गृह क्षेत्र में स्थित हनोल मंदिर में पूजा अर्चना के साथ की गई। इस दौरान इलाके के लोगों ने जिस गर्मजोशी के साथ प्रीतम के पुत्र अभिषेक सिंह का स्वागत किया। एक तरह से इंदिरा हृदयेश, किशोर उपाध्याय व पीसीसी के कई नेताओं की मौजूदगी में अभिषेक की राजनीति में लॉन्चिंग की गई, उससे पूरा कार्यक्रम स्वर्गीय गुलाब सिंह परिवार का ‘फैमिली शो’ बन गया।
प्रीतम सिंह के पुत्र अभिषेक सिंह विदेश की अच्छी खासी नौकरी छोड़कर सियासत में भाग्य आजमाने घर लौटे हैं। पिछले लगभग दो वर्ष से अभिषेक अपने पिता प्रीतम सिंह के साथ सियासत में कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं। प्रीतम को प्रदेश अध्यक्ष की बड़ी जिम्मेदारी मिलने के बाद चकराता क्षेत्र की सियासी जिम्मेदारी अभिषेक संभाले हुये हैं। कहा तो यह भी जा रहा है कि प्रीतम की नजर टिहरी लोकसभा सीट पर है। खुद या बेटे अभिषेक की टिहरी सीट से दावेदारी की संभावना को उन्होंने अभी तक खारिज नहीं किया है। कहा तो यह भी जा रहा है कि प्रीतम को यदि टिकट मिला और वे जीते तो चकराता विधानसभा सीट से अभिषेक उनकी राजनैतिक विरासत को संभालेंगे। हालांकि प्रीतम और अभिषेक इन कयासों को अभी तक पुख्ता नहीं किया है। अभिषेक की राजनीति में अति सक्रियता से इन कयासों को बल मिला है। इसी बीच सोमवार को हनोल मंदिर से कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा के दौरान जिस तरह से अभिषेक पर फोकस किया गया उससे साफ है कि प्रीतम ने ईष्ट देव महासू से नई पीढ़ी के लिए भी मन्नत मांगी।
इस मौके पर उमड़ी भीड़ ने भी प्रीतम के बजाए अभिषेक को घण्टों तक कंधे में उठाए रखा और उनके जिंदाबाद के नारे लगाए। यात्रा का पहला चरण टिहरी लोकसभा की विधानसभाओं से होकर गुजरेगा। यहां काबिलेगौर है कि जौनसार बावर की राजनीति में गुलाब सिंह परिवार का काफी दबदबा है। इस परिवार को तीसरी पीढ़ी के रूप में अभिषेक राजनीति में आए हैं।