शर्मनाक: कर्ज की मार झेल रहे किसान ने खाया जहर
UK Dinmaan
उत्तराखण्ड में सितारगंज में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां सितारगंज के डियोढार गांव में ऋण वसूली करने पहुंची राजस्व विभाग की टीम को देख बकाएदार किसान बूटा सिंह ने जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया। जिससे उनकी हालत गंभीर हो गई। राज्य कि यह घटना ने प्रदेश सरकार की कार्य प्रणाली पर सवालिया निशान लगा दिया।
बता दें कि डियोढर गांव में तहसीलदार के साथ राजस्व विभाग की टीम बूटा सिंह से बीस लाख का ऋण वसूली करने पहुंची थी। जिसके बाद राजस्व कर्मियों के व्यवहार से क्षुब्ध होकर किसान बूटा सिंह ने जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया था।
इस मामले में संग्रह अमीन मोहम्मद सादिक ने बूटा सिंह के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। जिसमें कहा गया है कि बूटा सिंह बैंक का बकाएदार है। जिसकी आरसी भी जारी हो चुकी है। इसी धनराशि की वसूली के लिए तहसीलदार विपिन पंत के साथ संग्रह अमीन बूटा सिंह के घर गए थे। बकाया धनराशि मांगने पर बूटा ने देने से साफ इंकार कर दिया। जिसके बाद उसे गिरफ्तारी देने को कहा गया। संग्रह अमीन की तहरीर पर बूटा सिंह के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
इधर, मामले में रविवार को बूटा सिंह की पत्नी शुभजीत कौर ने कोतवाली में दी तहरीर में कहा कि तहसीलदार और उनकी टीम वसूली के बहाने जबरदस्ती उनके घर में घुस आई। टीम ने गालीगलौज कर महिलाओं के साथ अभद्रता और छेड़छाड़ की। खेत से घर पहुंचे उनके पति ने जब इसका विरोध किया तो टीम ने उन्हें पकड़ लिया और जबरन जीप में बैठाने लगे। अभद्रता और छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं कर पाने से पति ने जहर खा लिया।
मामले में क्षेत्र के किसान बूटा सिंह के समर्थन में उतर आए हैं। उन्होंने घटना के विरोध में कोतवाली गेट पर प्रदर्शन कर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारी किसानों ने तहसीलदार और उनकी टीम की ओर से किसान और उसके परिजनों के साथ जोर जबरदस्ती की निंदा की।