विधान सभा : सत्र में राजधानी गैरसैंण को लेकर हुई गर्मा-गरम बहस
UK Dinmaan
गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान के अभियानकर्मियों द्वारा कल मा. अजय भट्ट जी, प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा, मा इंदिरा हृदयेश, नेता प्रतिपक्ष, उत्तराखंड विधानमंडल एवम् मा. हरक सिंह रावत, काबिना मंत्री, उत्तराखंड को कंबल दान व खुला पत्र भेजा गया था। जिसका असर आज विधानसभा सत्र के चौथे दिन दिखने को मिला।
आज विपक्ष ने राजधानी गैरसैंण का मुद्दा विधान सभा में उठाया और नियम 310 के अन्तर्गत चर्चा करने की मांग की। कांग्रेस नियम 310 के तहत यह मामला उठाना चाहती थी लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने इसकी इजाजत नहीं दी। जिसके बाद विधान सभा अध्यक्ष ने 58 ए के तहत चर्चा की इजाजत दे दी।
कांग्रेस ने गैरसैण राजधानी के विषय पर बीजेपी सरकार और भाजपा संगठन से अपना मन्तव्य स्पष्ट करने को कहा कि आखिर वह चाहते क्या है। एक तरह अजय भट्ट कहते हैं कि गैरसैण ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाएंगे जबकि सरकार इस मामले पर कुछ कहती नहीं। वहीं बीजेपी ने पलटवार करते गैरसैंण पर सवाल पूछा कि पांच साल कांग्रेस ने क्या किया?
साल 2017 में त्रिवेंद्र सरकार ने शीतकालीन सत्र गैरसैंण में आयोजित किया लेकिन इस बार सरकार ने फिर सत्र देहरादून में आयोजित किया क्योंकि कड़ाके की ठंड में गैरसैंण में व्यवस्था बनाना ही कम बड़ी चुनौती नहीं है।
बाद दें कि नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने देहरादून में सत्र आयोजित करने का समर्थन भी किया था। लेकिन आज देहरादून में सत्र के चौथे दिन इंदिरा हृदयेश गैरसैंण को लेकर गर्मागर्म बहस करने की रस्म निभाई गई।
वहीं सदन से बाहर निकलकर सरकार के प्रवक्ता मदन कौशिक ने कहा कि गैरसैंण के मसले पर सरकार वक्त आने पर फैसला लेगी।