लीची के फायदे अनेक
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लीची एक फल के रूप में जाना जाता है, जिसे वैज्ञानिक नाम (Litchi chinensis) से बुलाते हैं। इसका परिवार है सोपबैरी। यह ऊष्णकटिबन्धीय फल है, जिसका मूल निवास चीन है। यह सामान्यतः मैडागास्कर, भारत, बांग्लादेश, पाकिस्तान, दक्षिण ताइवान, उत्तरी वियतनाम, इंडोनेशिया, थाईलैंड, फिलीपींस और दक्षिण अफ्रीका में पायी जाती है।
इसका मध्यम ऊंचाई का सदाबहार पेड़ होता है, जो कि 15-20 मीटर तक होता है, इसका फल ड्रूप प्रकार का होता है, 3-4 से.मी. और 3 से.मी व्यास का। इसका छिलका गुलाबी-लाल से मैरून तक दानेदार होता है, जो कि अखाद्य और सरलता से हट जाता है। इसके अंदर एक मीठे, दूधिया श्वेत गूदे वाली, विटामिन- सी बहुल, कुछ-कुछ छिले अंगूर सी, मोटी पर्त इसके एकल, भूरे, चिकने मेवा जैसे बीज को ढंके होती है।
देहरादून में कुछ बहुत से स्वादिष्ट फलों की खेती होती है। इनमें प्रमुख है- लीची। लीची की खेती देहरादून में 1890 से ही प्रचलित है। हालांकि शुरुआत में लीची की खेती यहां के लोगों में उतनी लोकप्रिय नहीं थी। पर 1940 के बाद इसकी लोकप्रियता जोर पकड़ने लगी। इसके बाद तो देहरादून के हर बगीचे में कम से कम दर्जन भर लीची के पेड़ तो होते ही थे। 1970 के करीब देहरादून लीची का प्रमुख उत्पादक बन गया। देहरादून के विकास नगर, नारायणपुर, वसंत विहार, रायपुर, कालूगढ़, राजपुर रोड और डालनवाला क्षेत्र में लगभग 6500 हेक्टेयर भूमि पर इस स्वादिष्ट फल की खेती होती है। लेकिन अब लीची की खेती में भारी कमी आई है।
लीची के फायदे :
छोटी सी लीची में कार्बोहाइड्रेट, विटामिन सी, विटामिन ए और बी कांप्लेक्स, पोटाशियम, कैल्शियम, मैगनीशियम, फास्फोरस, आयरन जैसे खनिज लवण पाए जाते हैं, जो इसे काफी फायदेमंद बना देते हैं।
यह विटमिन सी, पोटाशियम और नेचुरल शुगर का भी अच्छा सोर्स है। इसका सेवन शरीर में पानी के अनुपात को संतुलित रखता है, जिससे शरीर और पेट को ठंडक मिलती है। पाचन क्रिया सही रखने के साथ ही मस्तिष्क के विकास में भी इसकी बड़ी भूमिका है। आइए जानें लीची के भरपूर फायदों के बारे में।
डाइजेशन अच्छा होगा
लीची में मौजूद विटमिन लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण और पाचन प्रक्रिया के लिए जरूरी है। इससे बीटा कैरोटिन को लिवर और दूसरे अंगों में संग्रहीत करने में मदद मिलती है। फोलेट हमारे शरीर में कोलेस्ट्राॅल के स्तर को नियंत्रित रखता है।
इम्युनिटी बढ़ाती है :
लीची एक अच्छा एंटीआॅक्सीडेंट भी है। इसमें मौजूद विटमिन सी हमारे शरीर में रक्त कोशिकाओं के निर्माण और लोहे के अवशोषण में भी मदद करता है, जो रोग प्रतिरोधक प्रणाली को मजबूत बनाए रखने के लिए जरूरी है।
आयरन से भरपूर:
लीची को जैम, जैली, मार्मलेड, सलाद और कई व्यंजनों की गार्निशिंग के लिए इस्तेमाल किया जाता है। छोटी सी लीची में कार्बोहाइड्रेट, विटामिन सी, विटामिन ए और बी कांप्लेक्स, पोटाशियम, कैल्शियम, मैगनीशियम, फास्फोरस, आयरन जैसे खनिज लवण पाए जाते हैं, जो इसे काफी फायदेमंद बना देते हैं।
वजन कम करने में सहायक:
लीची हमारी सेहत के साथ ही फिगर का भी ध्यान रखती है। इसमें घुलनशील फाइबर बड़ी मात्रा में होते हैं, जो मोटापा कम करने का अच्छा उपाय है।
पेट के लिए फायदेमंद:
दस्त, उल्टी, पेट के अल्सर और आंतरिक सूजन से उबरने में लीची फायदेमंद है। यह कब्ज या पेट में हानिकारक टाक्सिंज के प्रभाव को कम करती है।
ऊर्जा का प्रमुख स्रोत:
लीची ऊर्जा का स्रोत है। थकान और कमजोरी महसूस करने वालों के लिए लीची बहुत फायदेमंद है।
इसमें मौजूद नियासिन हमारे शरीर में ऊर्जा के लिए जरूरी स्टीराॅयड हार्मोन और हिमोग्लोबिन का निर्माण करता है।