सरदार सरोवर बांध परियोजन राष्ट्र को समर्पित
गुजरात : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जन्म दिन 67वें जन्मदिन के मौके पर सरदार सरोवर बांध परियोजना को राष्ट्र को समर्पित कर किया। नर्मदा नदी पर बना यह बांध दुनिया का दूसरे नंबर का और अपने देश का सबसे ऊंचा बांध है।
सुबह मौसस खराब होने के कारण पीएम मोदी को सड़क मार्ग से केवड़िया जाना पड़ा जिस कारण बांध के उद्घाटन में करीब 1 घंटे की देरी हुई।
इस बांध की परिकल्पना सरदार वल्लभभाई पटेल ने 1946 में ही की थी। जबकि इस पर काम 1970 के दशक से ही प्रारंभ हो पाया। पीएम मोदी काफी समय से सरदार सरोवर बांध की ऊंचाई बढ़ाने के भी पक्ष में थे, जिसके बाद इस बांध की ऊंचाई हाल ही में बढ़ाकर 138.68 मीटर की गई है। बांध की इस ऊंचाई को पाने में सरदार सरोवर ने 56 साल के विवादों का लंबा सफर तय किया है।
इस परियोजना को जल ट्रांसपोर्ट के सबसे बड़े मानव प्रयासों के रूप में देखा जा रहा है। इससे प्रतिवर्ष 100 करोड़ यूनिट जलबिजली पैदा होने की संभावना है तथा इससे गुजरात, राजस्थान, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र के लोगों को फायदा होगा। इस परियोजना से गुजरात के जल रहित क्षेत्रों में नर्मदा के पानी को नहर और पाइपलाइन नेटवर्क के जरिये पहुंचाने में मदद मिलेगी और सिंचाई सुविधा में विस्तार होगा, जिससे 10 लाख किसान लाभान्वित होंगे। साथ ही कई गावों में पीने का पानी पहुंचेगा और यह चार करोड़ लोगों को फायदा पहुंचाएगा।
इस दौरान गुजरात के सीएम विजय रुपाणी, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी समेत कई नेता मौजूद थे।