अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने जारी की 14 फर्जी बाबाओं की सूची
नई दिल्ली : अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने 14 फर्जी बाबाओं की सूची जानी की। इस लिस्ट में आसाराम उर्फ आशुमल शिरमानी, ओम बाबा उर्फ विवेकानंद झा, सुखविंदर कौर उर्फ राधे मां, गुरमीत राम रहीम, सचिदानंद गिरी उर्फ सचिन दत्ता, निर्मल बाबा उर्फ निर्मलजीत सिंह, इच्छाधारी भीमानंद उर्फ शिवमूर्ति द्विवेदी, स्वामी असीमानंद, ऊं नम: शिवाय बाबा, नारायण साईं, रामपाल, खुशी मुनि, बृहस्पति गिरि और मलकान गिरि समेत कुल 14 नाम शामिल हैं।
आसाराम : आसाराम ने अपने धर्म की दुकान गुजरात के अहमदाबाद से शुरू की। साल 2013 से ये नाबालिग शिष्या से रेप के आरोप में जेल में बंद हैं।
राधे मा : देवी बताने वाली सुखविंदर कौर उर्फ राधे मां का विवादों से पुराना नाता है, ये भक्तों की गोद में बैठने तक के पैसे लेती हैं, केवल 10वीं तक पढ़ी राधे मां की 17 साल उम्र में शादी हुई थी, कुछ साल पहले इन्होंने खुद को महंत घोषित कर दिया था, इन पर खुदकुशी के लिए उकसाने जैसे गंभीर मामले चल रहे हैं.
गुरमीत राम रहीमः सिरसा के डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम हाल ही में रेप के मामले में सजा पाए हैं. गुरमीत राम रहीम शिष्या से रेप के दोषी हैं, इसके अलावा पत्रकार और सेवादार की हत्या मामले में भी आरोप हैं। गुरमीत राम रहीम रेप के मामले में रोहतक जेल में कैद है.
ओम बाबाः एक न्यूज चैनल पर बहस के दौरान मारपीट करने और टीवी रियलिटी में अपनी बेहुदा हरकतों के चलते ओम बाबा सुर्खियों में आए. टाडा आर्म्स एक्ट केस के चलते ओमजी स्वामी पांच साल जेल में सजा काट चुके हैं।
निर्मल बाब : ये ऊटपटांग उपाय बताकर लोगों की समस्याएं सुलझाते हैं। निर्मल बाबा इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर चुके हैं और इनपर आय से अधिक संपत्ति समेत कई मामले दर्ज हैं.
रामपाल: खुद को भगवान बताने वाले रामपाल इन दिनों जेल में कैद हैं। रामपाल हरियाणा सरकार के सिंचाई विभाग में जूनियर इंजीनियर थे, स्वामी रामदेवानंद महाराज के शिष्य कबीर पंथ को मानने लगे और अपने अनुयायी बनाने में जुट गए. रामपाल के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज है, 2006 में रामपाल पर हत्या का केस दर्ज हुआ था।