मुख्यमंत्री न कायी ‘हमारी विरासत एवं विभूतियां’ किताब कु विमोचन
देरादूण। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामीन आज सचिवालय में ‘ हमारी विरासत एवं विभूतियां’ किताब कु विमोचन कायी।
बतै दियां कि मुख्यमंत्री क घोषणा क बाद राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद्न उत्तराखण्डन ‘हमारी विरासत एवं विभूतियां’ किताबु तैं त्यार कायी।
मुख्यमंत्री न बोलि कि यीं किताबा जरिया प्रदेसा नै पीढ़ी तैं हमरि सांस्कृतिक पछ्याण, लोक विरासत, लोकगीत, लोकनृत्य क बारम बतै जालु यांका दगड़ि प्रदेसा विभूतियों क जिन्गदि क बारम बि पढ़ै जालु।
मुख्यमंत्री न बोलि कि कै बि देस अर प्रदेसा सामाजिक अर आर्थिक विकास वखका नौन्याळु तैं दिये जाण वलि शिक्षा से हि हूंद। जैमा मास्टरु क बड़ी जिम्मेबरि हूंद। नौन्यळु तैं अगनै बढ़ौंणा म ऊंकी मेनत हूंद।
इस्कुल्यां नौन्याळु तैं कन कैकि अच्छी शिक्षा दिये ज्यां यांकी जिम्मेबरि विभागा दगड़ि मास्टरु तैं बि निभौंण प्वड़दि।
मुख्यमंत्रीन बोलि कि अपणि लोक संस्कृति, अर सांस्कृतिक पछ्याण तैं बचौंणा अर अगनै बढ़ौंण खुणि प्रदेस सरकार सदनि त्यार च।
महानिदेश शिक्षा बंशीधर तिवारीन बतै कि बाल साहित्य क रुप म बच्चों खुणि या किताब त्यार करे ग्यायी। किताबक जरिया इस्कुलयां नौन्याळु तैं प्रदेसा खाणु-पीणु, पैरवार (पहनावा), संस्कृति क बारम अर वखकि बिगरैलि (सुन्दर) जगौं क बारम जाणकारी दिये जाली। उन्न बोलि अब बच्चा श्रीदेव सुमन, तीलू रौतेली, जनि महान विभूतियौं क बारम हि ना बल राज्य आंदोलना दगड़ा-दगड़ि अमर शहीदों कु बलिदान क् गाथा बि पढ़ाला।
महानिदेशक न बोलि कि कक्षा छह बिटि आठ तक बच्चौं खुणि ‘हमारी विरासत एवं विभूतियां’ क किबात त्यार करणा बाद अब कक्षा दस खुणि बि किबात त्यार करे जाली।
ऐ मौका पर कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, प्रेमचन्द अग्रवाल, डॉ. धन सिंह रावत, गणेश जोशी, सुबोध उनियाल, मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, अपर मुख्य सचिव आनंद वर्द्धन, सचिव विनय शंकर पाण्डेय, निदेशक अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण उत्तराखण्ड श्रीमती बंदना गर्ब्याल अर हौरि अधिकारी छायीं।