सरकरि स्कुलुम पढ़ये जालु उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलन कु इतिहास
देरादूण। मुख्यमंत्री घोषणा बाद राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद न कक्षा छै बिटि कक्षा 8 तक ‘हमारी विरासत एवं विभूतियां’ नौं क् कितबि त्यार कै यली। किताब सामाजिक विज्ञान क सहायक पुस्तिका क रुप मा पाठयक्रम मा सामिल करे जालु।
शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी की अध्यक्षता मा एक बैठक उर्यें ग्यायी। बैठकम ‘हमारी विरासत एवं विभूतियां ’ किताब कु प्रस्तुतिकरण करे ग्यायी। एससीईआरटी क निदेशक वंदना गर्ब्यालन बतै कि बाल साहित्य क रुपम यीं किताब तैं त्यार करे ग्यायी। कितबि क् जरिया बच्चौं तैं प्रदेसा महान विभूतियों श्रीदेव सुमन, तीलू रौतेली, वीर माधो सिंह भण्डारी, गौरा देवी, राजमाता महारानी कर्णावती, इन्द्रमणि बडोनी, हेमवती नन्द बहुगुणा, कालू मेहरा, वीरभड़ माधो सिंह भंडारी, पुरिया नैथानी, वीर केसरीचंद, सोबन सिंह जीना, मुंशी हरि प्रसाद टम्टा, खुशीराम आर्य, राज्य आंदोलनकारी हंसा धनाई व बेलमति चौहान, नागेंद्र सकलानी व मोली भरदारी, कारगिल शहीद मेजर राजेश अधिकारी, मेजर विवेक गुप्ता, अशोक चंद्र विजेता गजेंद्र सिंह बिष्ट, विपिन त्रिपाठी, रानी कर्णावती, टिंचरी माई, बद्रीदत्त पांडे, गिरीश तिवारी गिर्दा, गंगोत्री गर्ब्याल , महादानी जसोली शौक्याण, महाकवि चंद्रकुंवर बतर्वाल, कबूतरी देवी बारम पढ़यें जालु।
समन्वयक सुनील भट्ट न बतै कि बच्चों तैं पौड़ी चौंदकोट जनशक्ति मार्ग क बारम पढ़णा खूणि बि मिललु। उन्न बोलि कि 33 किमी. की सड़क सामुदायिक सहभागिता अर श्रमदान कु बौत बडु उदाहरण च।
महानिदेशक बंशीधर तिवारी न ‘हमारी विरासत एवं विभूतियां’ किताब बणौंणा खूणि एससीईआरटीक् खूब तरिफ कायी अर बधै द्यायी।
वखि एससीईआरटी निदेशक बंदना गर्ब्याल न बोलि अब कक्षा कक्षा 9 अर 10 खूणि बि किताब त्यार करे जाली।
बैठक मा अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण उत्तराखण्ड की निदेशक बन्दना गर्ब्याल अर अपर निदेशक, एससीईआरटी अजय नौडियाल, समग्र शिक्षा उत्तराखण्डा अपर राज्य परियोजना निदेशक, मुकुल सती अर एससीईआरटी क् हौरि अधिकारियों छायीं।