राम रहीम पर इतगा दैंणि किलै च सरकार?
20 सालै सजा कटण वलु डेरा सच्चा सौदा क गुरमीत राम रहीम तैं एकदा दुबरा पैरोल मिलि ग्यायी। अबकदा राम रहीम तैं 50 दिनकि पैरोल दियेंग्यायी। राम रहीम तैं खळाखळ मिलण पैरोल पर सवाल खड़ा हूंण छन। अर सवालच कि सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रही पर सरकारै इतगा मैरबनी किलै च? सैद हमर देसा इतिहास मा कबि बि कै बि कैदी तैं एतगा दा पैरोल नी मिलि होलि। राम रहीम तैं खळाखळ मिलणि पैराल सीधा हमरि न्याय प्रणाली पर हमला नी त आखिर क्या च?
राम रहीम तैं हत्या क द्वी मामलों मा जनवरी 2019 अक्टूबर 2021 म आजीवन कारावासा सजा सूण्यें ग्ये छायीं। वु रोहतक जेल मा 20 सालै सजा कटणु च। यांका अलावा राम रहीम पर एक पत्रकार क हत्या कु आरोप बि च जै मामला मा वैथैं आजीवन सजा च।
इन्न मा सीधु सवाल हरियाणा सरकार पर बि छन, जु सर्या नियम कानून तैं एक कूड़ा कैकि न्याय पालिका तैं गुंठा दिखें की राम रहीम तैं खळाखळ पैराल देंणि च। 20 सालै सजा मिल्यां कैदी तैं खळाखळ दियें जाणि पैरोल, सत्ता कु गलत इस्तेमाल नीं त क्या च?
पैरोल सजा पूरि हूंण सै पैलि अपराधि तैं कुछ दिनु खूणि मिलदी अर वै खूणि बि अपराधी कु बरताव अच्छु हूण चैंद अर जेल बटि भैर आणा कु कारण बतौंण प्वड़दु।
राम रहीम हिकमत द्याखा की भैर औंणा बाद कबि यु गीतु की एलबम निकलणु च त अबकदा यु अपणा चेलौं तैं रैबार देंणु च कि एकदा दुबरा तुमरि सेवा मा हाजिर।
अब सवाल यौं बि च कि हरयाणा सरकार राम रहीम पर इतगा दैंणि किलै हूयीं च। राम रहीम तैं अबि तक आठ बार पैरोल मिलि ग्यायी अर यु बि ठीक चुनौव से पैलि साफ च कि सरकारै मंसा साफ नी च। साफ च कि सरकारा कु मकसद औंण वला लोकसभा चुनौ मा राम रहीम कु पैदा उठौंण च, हौरि कुछ ना।
क्या लोकतंत्र म बलात्कार अर हत्या जन्न अपराधी जैतैं उमर कैद सजा मिलिच, वै अपराधि पर बार-बार पैरोला कृपा कैकि सरकार न्यायपालिका कु इन्नु मखौल उडा़णि त लोग इंसाब खूणि कै पर भरोसु काराला।
राम रहीम पर हरयाणा सरकारै यीं कृपा तैं कतै सै नीं ब्वले जै सकदु अब ये मामला मा कोर्ट पर ही भरोसु च, ऐ मामला मा कोर्ट तैं हि संज्ञान लेकैकि कुछ करण प्वाडलु।