चारधाम जातरा बारह मैना हूंण चैंद : स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती
देरादूण। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती न आज चंडीघाट म माँ गंगा क पूजा कैकि ह्यूंद क मैनौ म हूंण वलि चारधाम जातरा क सुरुवात कायी। उन बोलि कि भगवान त 12 मैना रैंद पर हम भगवानक पूजा 6 मैना हि करदौ, अर छः मैना छोड़ि दिन्दौ, यु ठीक नीं च। चारधाम जातरा सदिन हूंण चैंद। उन्न बोलि यु रैबार देंणा खूंणि हम ह्यूंद क मैनौ म चारधाम जातरा सुरू करणा छन।
अविमुक्तिेश्वरानन्द सरस्वती न देसा रैवासियों से अपील कायी कि तुम रूड़ियौं क मैना मा हि ना बल ह्यूंद क मैनों मा चारधाम जातरा खूंणि आवा। उत्तराखण्ड तुमथैं आशीर्वाद देंणा खूंणि तयार च।
शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तिेश्वरनन्द सरस्वती न बोलि कि भगवती गंगा हम सब्यौं क मनोकामना पूरि कारली। आज हमन माँ गंगा क पूजा कायी अर माँ गंगा से या प्रार्थना कायी की जु चारधाम जातरा हम सुरू करणा छौं, वैथैं सुफल बण्यां।
शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरनन्द न बतै कि जातरा कु मकसद लोगु तैं यु बतौंण च की भगवान त सदनि विराजमान रन्दन। 6 मैना पूजा अर 6 मैना भगवान तैं बिसरी जाणु या बात ठीक नीं च। इलै चारधाम जातरा सदनि हूंणि रैण चैंद। उन बोलि कि सरकार तैं हमन बतै याली, सबि लोग खुस छन।
शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानन्द न बोलि कि जातरा कु बाटु यमुनोत्री, गंगोत्री, केदार अर बदरीनाथ जातरा क जनि पैलि खरसाली, मुखबा, ऊखीमठ, जोशीमठ होलु। उन्न बोलि चारधम जातरा कैकि बौत बडु पुण्य मिलदु पर लोगुक ज्यू म यु भरम च कि चारधाम जातरा 6 मैनों मा ही हून्द पर अब ऐ भरम तैं तोड़ि द्वाया।