स्मार्ट सिटी देरादूण क कुदसा, आखिर जिम्मेबार कोच च?
देरादूण रैवासियौं न एक सुपिनु दिखीं छायीं कि देरादूण स्मार्ट होलु। जख ऊंची- ऊंची बिल्डिंग, बिना खड्वळों क सड़क, चौतर्फा साफ सफै होलि। बल इन्न सुपिन हमन नीं देखि बल हमथैं दिख्येग्यंे। 25 जून 2015 खूंणि केन्द्रीय आवास अर शहरी मंत्रालय क स्मार्ट सिटी प्रधानमंत्री न कै छायीं। 100 स्मार्ट सिटी मा देरादूण बि नौं बि छायीं।
एक खुसी छायीं कि हमरु देरादूण अब स्मार्ट ह्वै जालु। सिंगापुर न बल देसा मा हि सै पर हमरा देरादूण क गिनती स्मार्ट सिटी मा ह्वै जाली। आज 9 साल ह्वैग्यीं देरादूण क हलात देखि कि इन्न अब समझ मा ऐग्यें कि हकीकत अर सुपिन मा कतगा फरक हूंद। अबि त देरादूण रैवासियों तैं देरादूण हलात देखिक कखि बटि इन्न नीं लगणु च कि देरादूणा कबि र्स्माट नीं दिख्येंणु च।
स्मार्ट सिटी फर विपक्ष ही न सत्ता मा बैट्यां पार्टी क विधायक हि सवाल खड़ा करणा छन। यांक बाद बि देरादूण जु हालात छन वु कैसे बि लुक्यां नी छन। बस्गाल मा जरा सी बरखा स्मार्ट सिटी क बंधी गेड़ खोलि देंणि च। स्मार्ट सिटी क सड़क पाणि मा डुबि छन। देरादूण मा हूंणि बरखा न स्मार्ट सिटी मा ड्रेनेज सिस्टम मा हकीकत बतै दै। सर्याकाम अध्धा हूंया छन। सर्या देरादूण मा नालि कु काम इन्नि प्वाड़ियुं च, सीविर लैन क नौं फर सड़क क ख्वदें ग्यीं पर एक साल बटि सड़क नीं बणि। देरादूण मा आम आदिम तैं क्या दिककत हूंणि च या सिरफ आम आदिम तैं हि पता च?
इन्न मा बडु सवाल हि यौं च कि आखिर यांकु जिम्मेबार कौच? आखिर किलै बस्गात सुरु हूंण से पैलि यीं सबि काम पूरा नीं कर्यें ग्यीन? अब हम कतगै कि कोसिस करला यीं बस्गाल मा यीं काम पूरा नीं कै सकद। अब यीं बि काम बस्गाल खतम हूंणा क बाद हि होला।
हमथैं अब यू बि स्वचण प्वाड़ळु कि स्मार्ट सिटी क नौं फर देरादूण क इन्न हालात करणा का जिम्मेबार कौच? जु हमथैं छौतर्फा दिख्येंणु च, अर क्या या कुदरत क मार च, या यांका पिछनै मनखि हि छन? क्या जादा बरखा या खूंणि जिम्मेबार च?
विकासा नौं फर हमन देरादण क्या दसा कै याली, देरादूण मा जख द्याखा, बिल्डिंग हि बिल्डिंग दिख्येंण छन। हरु- भ्वरु देरादूण तैं आज हमन कंकरीट कु देरादूण बण्यें याली। आज हमथैं अब यु बि स्वचण प्वाड़ळु कि स्मार्ट सिटी क नौं फर देरादूण क इन्न कुदसा करणा कु जिम्मेबार कोच?
सवाल त यौं बि च कि क्या सरकरि योजनौं तैं इन्न सोचिकि नीं बण्यें जु सकदु कि यां से कै थैं बि क्वी दिक्कत नीं हूयां?
क्या काम करण वलु विभाग अपिड़ जिम्मेदारि से काम करदन? क्या सरकार मा बैट्ठयां अधिकारी मंत्री इन्न काम क बगत-बगत मा जांच करदन या सिरफ उद्घाटन करणा कु हि काम करदन। आज सैद कै मा यांकु क्वीं जवाब नीं होलु। या कु एक उदारण कोटद्वारा मालन पुल कु टुटण बि च। आज कोटद्वारा विधायक आपदा सचिव तैं ब्वनि च की मालन कु पुळ टूटिग्यें। हमन तुमथैं कै बार बतै छायीं कि पुळ बचौंणा खूंणि कुछ कारा।
इन्न मा सवाल त यौं बि च कि एक छ्वटु देरादूण तैं स्मार्ट नीं बण्यें साकी त बड़ा सैरु कु क्या हाल होलु।
आज देरादूण क हलात देखि हम यु स्वचणा खूंणि मजबूर छौ बल स्मार्ट सिटी नौं फर हमन देरादूण क क्या हाल कै याली , आखिर यांकु जिम्मेबार कोच च?
आज हमथैं देरादूणक इन्न हलात खूंणि अधिकारी अर विभागा जिम्मेबारि तय कर्यें जाण चैंद। जै से भवैष्य मा देरादूण क रैवासियौं तैं दुबरा इन्न नीं भुगतण प्वाड़यां लेकिन फिर सवाल त वीं च आखिर कन कैकि अर कारळु कु ?