ब्यौ कु खेल मा यशपाल ह्वैग्यें बेनाम
आखिरकार बेनाम न अपणि नौनि कु ब्यौ क उर्यां कार्यक्रम रोकि दीं। बेनाम न सोशल मीडिया मा एक वीडिया डालि अर बोलि कि महौल खराब हूंण क सम्भावना तैं देखिक मांगलिक कार्यक्रम रुक्वे ग्यीन। बेनाम न बोलि कि एक बुबा हूंणा क कारण मिन नौनि क ब्यौ का कार्ड छप्पे छायीं पर सोशल मीडिया मा ब्यौ तैं लेकैकि बनबनि की छ्वीं हूंणि छायीं इल्लै मिन ब्यौ का कार्यक्रम रुकणा कु फैसळा कायी। उन्न बोलि कि मि एक जिमेदार नगरपालिका अध्यक्ष छौ अर मेरी जिम्मेबरि म्यार ळोगु क प्रति बि च, महौल खराब न हूंया, अर सबि राजि-खुसी रैंया इल्लै मिन यु फैसळा कायी।
बेनाम क इन्न ब्वनु बौत सवाळु तैं जनम देंणु च। सवाल बल बेनाम तैं ब्यौ का कार्ड छपण से पैलि इन्न ख्याल किलै नीं ऐ कि या से महौल खराब ह्वै जाळु? बेनाम एक राजनेता छ अर जै पार्टी मा अबि छन त, ऊथैं यीं बातिक ख्याल पैळि बटि हूंण चैंद छायीं कि दुसर धर्म मा नौनि कु ब्यौ करण कु विरोध जरुर ह्वोळु, यांका बाद बि उन्न ब्यौ का कार्ड छपैं। दुसर तरफा या छ्वीं बि हूंणि च कि द्विया नौन्याळु न कोर्ट मा ब्यौ पैळि कै याली, या बात उंकी कुटुम्दरि क तरफ बटि नीं ब्वलें ग्यें। उन्न बि हमर देस मा दूसरु धर्म मा ब्यौ करणु कैकु बि संवैधानिक अधिकार मिल्यूं च। भारतीय संविधान क अनुच्छेद 21 मा ब्वलें ग्यें कि आदिम तैं वैचारिक छूट से नीं रुक्यें जै कसदु।
इन्न मा सवाल फिर यों च कि जु ब्यौ कोर्ट मा पैलि ह्वैग्ये। वै अंतरधार्मिक ब्यौ का मांगलिक कार्यक्रम उर्योंण अर बाद मा रवक्णा क क्या मतलब? बेनाम पौड़ी बटि पैलि निर्दलीय विधायक निर्वाचित हूंया छन, अर अबि पौड़ी नगर पालिका अध्यक्ष छन, साफ च बेनाम राजनीति क कटकुटु खिलाड़ी छन। इन्न मा साफ च बेनाम क ब्यौ क चाल कखि न कखि सोचि समझिक रणनीति कु हिस्सा च।
अबि तक यशपाल क तीर ठीक निशाणा मा लग्यां छन, यशपाल कु नौं सर्या देस मा ह्वैग्यें, त वखि बेटी बि खुश, अर जनता बि खुश।
ऐ तरफा बेनाम न धर्मनिरपेक्षा कु च्वाळा पैर्णम त कामयाब ह्वैग्यींन त दुसर तरफा यशपाल कु राजनैतिक भविष्य दाव फर लग्यीं ग्यें अबि नफा अर नुकसान कतगा ह्वालु वु भवैष्य क पुटगा मा, बस अब देय्खण वळि बात या च की ऐ ब्यौ कु खेल मा बेनाम कु नौं राजनीति अब कतगा मत्थीं जान्दा या कै अन्ध्यारा मा बेनाम ह्वै जान्द।