देरादूणा मेयर गामा क जेदाद चार साल मा दस गुणा बणिग्यें, या बात आरटीआई मा ऐ समणि
देरादूण। देरादूण क मेयर सुनील उनियाल गामा क जैदाद पिछळ चार साळु मा 10 गुणा बणिग्यें या बात आरटीआई मा समणि ऐ। या बात आरटीआई कार्यकर्ता एडवोकेट विकेश सिंह नेगी न देरादूण कचहरी मा एक पत्रकार वार्ता मा बतै।
विकेश सिंह नेगी न मेयर फर यु आरोप लग्यें कि मेयर गामा न अपडु लोक सेवका पद कु दुरुपयोग कायी अर कमै से जादा जैदाद जोड़ि दे। उन्न मेयर पर आरोप लग्यें कि मेयर बणणा क बाद गामा न 5 करोड़ 32 लाख रुप्यौं से 11 जैदाद खरीदी। जैकु बजार कु मोळ 20 करोड़ से जादा च। उन्न गामा क शिकैत विजिलेंस से कायी अर ऐ मामला मा उच्चस्तरीय जांच करणा क मांग कायी।
विकेश सिंह नेगी न गामा पर आरोप लग्यें कि उन्न अपडु पद क गलत इस्तेमाल कायी अर जैदाद जोड़ि।
आरटीआई एक्टिविस्ट विकेश सिंह नेगी न बोलि कि 2018 मा मेयर बणण से पैळि गामा न शपथ पत्र मा अपड़ि जैदाद जैमा छरबा विकास नगर मा 12600 वर्ग अर 4500 वर्ग गज कु प्लौट, बंजारवाला मा 260 वर्ग गज का प्लौट, कालागांव अर डोभालवाला मा 200-200 वर्ग गज का प्लौट अर डोभालवाला मा 333 वर्ग गज कु प्लौट बतै छायीं। जै कु दाम उन्न सवा दो करोड़ बतै छायीं।
एडवोकेट विकेश सिंह नेगी न बतै कि मेयर बणणा क बाद उन्न अपड़ा अर अपड़ि, घरवळि शोभा उनियाल, नौनु शाश्वत क नौं फर 11 जैदाद खरीदिन। राजस्व रिकार्ड मा जैमा ऊंकी कीमत 5 करोड़ 32 लाख 20 हजार रुप्या च।
विकेश सिंह नेगी न बोलि कि एक लोक सेवक न कमै से जादा जैदाद खरीदि याली, वु भष्टाचार च।
विकेश सिंह नेगी न बोलि कि मेयर न एक जैदाद चुनाैं लड़ण से पैळि खरीदी, जै का बारा मा उन्न चुनौं क शपथपत्र मा नी लेखि। उन्न बोलि कि यांकी शिकैत उन्न चुनौं आयोग मा कै याली।
विकेश सिंह नेगी बोलि कि मेयर सुनील उनियाल गामा न अपडु़ पद कु गलत इस्तेमाल कैकि गुरु राम राय दरबार साहिब क महंत देवेंद्र दास बटि अपड़ा नौना शाश्वत क नौं पर तीन पट्टा कर्यें। जैमा एक पट्टा 29 साल खूंणि अर द्वी पट्टा 99-99 साल खूंणि लीज पर छन। जैकि लीज भवैष्य मा अप्फि बढ़ि जाली अर दुसर पक्ष तैं ये मा क्वीं आपत्ति नीं होलि। या बात तिन्या पट्टों की तीनों लीज डेट मा लिखीं च। एडवोकेट विकेश सिंह नेगी न बोलि कि यु लोकसेवक पद कु गलत इस्तेमाल च अर यु मामलु भ्रष्टाचार कु मामळु च। उन्न बोलि कि या स्टैम्प डयूटी की चोरी बि च। उन्न बोलि 99 साळ कु पट्टा सीधा-सीधा खरीद्यु ही हून्द। उन्न बोलि कि महंत न भी टैक्स चोरी कायी पर नगर निगम न महंत थैं टैक्स चोरी कु नोटिस नी भेजि। एडवोकेट विकेश सिंह नेगी न सरकार से मांग कायी कि ऐ मामला मा उच्च स्तरीय जांच कर्यें ज्यां।