पशुधन हमर देस क बड़ी तागत च, जैथैं बचौंण हमरू कर्तव्य च: मुख्यमंत्री
हरद्वार। मुख्यमंत्री धामीन आज हरद्वार मा उर्यूं प्रथम अन्तर्राष्ट्रीय पुश चिकित्सा अर आयुर्वेद संगोष्ठी मा भाग ल्यें अर बोलि कि भारत वैदिक काल बटि हि आयुर्वेद अर पशुधन स्वास्थ्य क तोक मा पुरणि ज्ञान तैं लागू करण वळु देस च। उन्न बोलि कि आयुर्वेद हमरू जस अर पुरणि धरोहर पछ्याण च।
मुख्यमंत्री न बोलि कि पुशधन हमर देस क बड़ी तागत च, जैथैं बचौंण हमरू कर्तव्य च। आयुर्वेद क प्रयोग कैकि हम अपड़ा गोरु थैं बिमारि से दूर रख सकदो। प्रदेसा मा आयुर्वेद पशु चिकित्सन गोरु क बिमारि अर उंकी बिमरि थैं कम कर्यें जै सकदन। उन्न बोलि कि मनिख से जादा गोरु मा एंटीबॉयोटिक्स कु इस्तमाल झुरौंण वळु च, यु गोर हि ना हम खूंणि बि खतरनाक च। जै थैं हम आयुर्वेद कु इस्तमाल कैकि हम कै सकदौ।
मुख्यमंत्री न बोलि कि हम केन्द्र सरकार क मददत से आयुष अर आयुर्वेद क क्षेत्र मा खळाखळ काम करणा छा।
प्रदेस मा 300 आयुष हैल्थ व वेलनेस केन्दु चलणा छन अर 150 पंचकर्म केन्दु्र बण्यें जाणा खूंणि काम करणि च। उन्न बोलि कि हमरि सरकार न प्रदेस मा पशुधन मिशन सुरु कर्यूं च। जैमा 60 करोड़ रुप्या कु खर्च करणा कु योजना बण्यीं च। जै से सात हजार गौर पलण वळों थैं सीधा-सीधा अर दस हजार मनखियों तैं गौर पलण वळों से रोजगार मिलणु च। उन्न बोलि कि ऐंसु क साल बजट मा पुशधन, गौ सदन, बणौंणा खूंणि 14.15 करोड़ रुप्यौं कु बन्दबस्त व वखि गौ पालन योजना मा 3.79 करोड़ रुप्यौं कु बन्दबस्त अलग से च।
ऐ मौका फर कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, स्वामी बाबा रामदेव, के.एन. राघवेन्द्र, कुलपति उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय प्रोफेसर सुनील जोशी, डॉ. हेमेन्द्र यादव, रानीपुर विधायक आदेश चौहान, पूर्व विधायक लक्सर संजय गुप्ता छायीं।