इमत्याना दिनु मा नौन्याळु तैं दिंण चैंद पौष्टिक खाणु
फरवरी क मैना मा अब नौन्याळु का इमत्यान शुरु ह्वैग्यीं। इन्न मा नौन्याळु क खाण पिणा कु खास ध्यान दियें जाण चैंद। इमत्यान मा बच्चौं तैं सबसे जादा थक मत्ति (दिमाग) मा लगदि या खूंणि हमथैं अपड़ि दिमागै तागत तैं कटकुट बणि कि रखणु बौज जरूरी च।
सै खाणु-पीणु हमरा बच्चौं क मत्ति तैं तेज अर तागतबर बण्यें सकदु। त दुसर तफर बच्चौं कु खाणु ठीक नी ह्वै त उ उथैं अलसी अर चिड़चिडु बण्यें दिंद।
इमत्यान मा बच्चों कु खाणु कन हूंण चैंद –
सुबेरौं खाणु-
बच्चौं तैं सर्या दिनमान पढ़णा खूंणि दिमागा तागत चैंद। इल्लै बच्चौं कु सुबरौं खाणु पौष्टिक हूंण चैंद जै से बच्चा टक लगें कि पढ़ै कैरि सकदन। बच्चौं तैं सुबर अंडा, पोहा, ओट्स, उपमा, इडली अर खिचड़ी दियें जै सकदन।
जैमा ग्लाइसेमिका मात्रा कम अर शरैळ खूंणि ग्लूकोज मिळणु रैयां। जादा तेल जन्न पूरी, पराठा नीं खाण चैंद किलैकि यान बच्चौं तैं थक लगदि अर नींद आण बैट्ठी जान्द जैसे पढ़ै मा दिककत हूंद।
ठुंगार –
पढ़ै करद दा बच्चौं तैं खळाखळ खाणा क इच्छा हूंदि। इन्नमा ठुंगार बच्चौं तैं तागत देंणु रैंदु या खूंणि बच्चौं तैं एक गिरीदार मेवा अर बादाम देंण चैंद। यु मा फाइबर अर प्रोटीन जनि पोषण तत्त्व हूंदि। केक, बिस्कुट, चॉकलेट अर मिठै जिन्न चीज नीं देंण चैंद, यान बच्चौं तैं थ्वड़ा-थ्वड़ा देर मा थक अर अळगस (सुस्ती) आण बैठि जान्द।
शरैळ मा नी हूंण चैंद पाणि कमी –
शरैल मा पाणि क कमी बच्चौं तैं चिड़चिडु अर थकै दिन्द अर बच्चौ ज्यू पढ़ै मा नी लगदु। इल्लै पढ़ै करदा बच्चौं तैं नींबू पाणि, नर्यूळा कु पाणि, छाछ अर फळु कु रस देंण चैंद। बच्चौं तैं च्या, कॉपी कम देंण चैंद।
पढ़ै करणवळा बच्चों तै खळाखळ पढ़णा खूंणि दिमागा तागत चैंद। जै खूंणि उथैं थ्वड़ा-थ्वड़ा देर मा खाणु चैंद। बच्चौं तैं एक हि बार मा जादा खाणु नी देंण चैंद या नींद अर सुस्ती जादा आन्द हर पढ़ै मा टक नीं लगदि। बच्चौं खूंणि बदाम बौत अच्छी खुराक च, एक मुट्ठी बदामन पेट भ्वरें जान्द अर भूख नी लगदि अर पढ़ै मा ज्यू बि लग्युं रैंद।
बच्चौं तैं अण्डा गाजर, ब्रॉकली मछली, बादाम दूध, हरा पत्तौं क भुज्जी, फळ दियें जाण चैंदन।
अर आखिर मा खास बात या च कि इमत्यानु क दिनुमा बच्चौं तैं चुप्प (शांत) रखणा क बौत जादा दरकार (जरुरत) च।