अबि जोशीमठा दिकदरि थैं समझण चैंद अर खत्यीं (बेकार) छ्वीं से बचण चैंद

जोशीमठ मा भ्वां धसणि जमीन तैं लेकैकि वख चलणु आन्दोलन पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट बामपंथी दळु पर हमळा बोलि। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष न बोलि क जोशीमठ धर्म अर सामरिक दृष्टि से बौत महत्वपूर्ण तोक च इन्न मा वामपंथी दळ धार्मिक जातरा अर साहसिक पर्यटन तैं नुकसान पौंचणा क कोसिस करणा छन। अर जोशीमठ क रैवासियों क ज्यूं मा डौर पैदा करणा छन। महेन्द्र भट्ट न जोशीमठ आन्दोलन क पिछने सीपीआई अर आइसा कु हत्थ बतै अर बोलि कि जु कभी भारत चीन भै-भै कु नारा लगौंदा छायीं , यांका दगड़ मा उन्न बोलि कि सीमावर्ती तोक मा विकास रवक्णा चाणा छन।

इन्न मा सीधु सवाल महेन्द्र भट्ट से च कि आखिर वु कु ळोग छन, जु पाड़ कु विकास तैं रवक्णा कु काम करणा छन। आज जब जोशीमठा कु विनाश कु बडु कारण वख हूंणि बेहिसाब कु विकास हि च, जैमा एनटीपीसी सबसे बडु जिम्मेबार च। इन्न मा जोशीमठ क रैवासी एनटीपीसी कु काम रवक्णा क मांग करणा छन त गलत क्या च? अर इन्न मा वु विकास कै कामा कु, जु कैकु घौर तैं उज्ड़णु च। इन्न विकास कै खूंणि अर किलै?

प्रदेसा रैवासी साळु बटि जु जोशीमठ हि ना बलकि औरि परियोजनौं मा ख्वदेंणि सुरंगु अर वा से हूंण वळु विनाश तैं लेकैकि आवाज उठौंणा छन। आज विकासा न बलकि बिना स्वच्यां बिना समझया विकास कु विरोध हूंणू च। जैकु नतीजु जोशीमठ, आज हम सब्यौं क समणि च। आज जोशीमठा रैवासियों कु भवैष्य खतरा मा, आज जब जोशीमठा क रैवासी अपड़ा भवैष्य, अपड़ा नौन्याळु क भवैष्य क परवा (चिंता) मा सड़क्यों मा छन त महेन्द्र भट्ट ऊथैं माओवादी अर देशद्रोही बतौंणा छन।

महेन्द्र भट्ट क इन्नों बयान जोशीमठा जतनै तैं बटणा क दगड़ा-दगड़ि बौत बड़ी पीड़ा देंणा क छ्वीं छन औरि कुछ ना। महेन्द्र भट्ट जोशीमठ मा हूंण वळा सरकारी धाण-धंधा पर लिपै करणा कु अर पार्टी क भलै तैं ध्यान मा धैरिक अपड़ा नम्बर बणौंणा खूंणि इन्नि छ्वीं करणा छन औरि कुछ ना।

महेन्द्र भट्ट तैं ई बातिन झुर्याट ह्वै सकदि कि पर्यटन कु ट्वटा हूंणू च अर ळोग चारधाम जातरा अर पर्यटन तैं हूंण वळु ट्वटा तै लेकैकि दिककत मा छन। पर आज या से पैळि हमथैं जोशीमठा रैवासियों के दिकदरि तैं समझणु प्वाड़ळु , अर दगड़ मा यु बि समझण प्वाड़ळु कि वु अपड़ा घौर बटि ऐ जुड्डु मा सड़क्यौं मा बैठिकि आन्दोलन किलै करणा छन? यु बि समझण प्वाड़ळु कि क्या वु सरकार क काम से खुस छन या खुश नी छन। आज हमथैं जोशीमठ रैवासियों क दिकदरि तैं समझि की ऊंकी दिकदरि तैं ठीक करण प्वाड़ळु अर यनि खत्यीं (बेकार) छ्वीं जनि महेन्द्र भटट ब्वना छन से बचण प्वाड़ळु।

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