जिमदारु क महापंचैत नरेश टिकैत न बोलि जिमदारू थैं बचौंणा क दरकार (जरूरत) च
देरादूण। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत जिमदारू क महापंचैत खूंणि देरादूण मा पौंच्यां। ऐ मौका फर उन्न जिमदारु क गन्ना क दाम अर औरि मांग पर चर्चा कैकि अगनैं क लड़ैं खूंणि रणनीति बण्यें।
जिमदारु न बोलि कि सर्या देस मा कर्ज क कारण जिमदार आत्महत्या करणा छन। उन्न बोलि कि सरकार थैं जिमदारू के कर्जा माफ करण चैंद।
देस मा हर साल खराब हूंण वलि फसल कु नुकसान भि जिमदारू थैं जि भुगतण प्वाड़दु। इन्न मा फसल बीमा योजना क मांग भि जिमदारू न कायी।
नरेश टिकैत न बोलि कि जिमदार क आय 2022 मा द्वीगुणा करणा क बात केन्द्र सरकारन बोलि छायीं पर अब त जिमदारु क जमा पैंसा भि खतम हूंणा छन। उन्न बोलि कि सरकार जिमदारु थैं ऊंकी अनाज कु मोल भि नीं दे सकणि च त इन्न मा जिमदारू क कमै कन कैकि बढ़ालि?
नरेश टिकैत न बोलि कि उत्तराखण्ड मा त उत्तर प्रदेस से भि जादा हलात खराब छन। जिमदारू थैं गन्ना क दाम भि बगत मा नीं मिलणु च, अर न हि अपड़ि जमीनि कु सै किमत मिलणि च।
उन्न बोलि कि आखिर कब तक जिमदार सड़क्यिांे मा बैठ्यां राला। उन्न बोलि कि आज हमथैं सड़कि मा बैठणा म सरम आणि च। उन्न बोलि हमन अपड़ि पिड़ा कख अर कै थैं बताैंण , यख त क्वीं सुंणणु वळु नीं च। आज खेती बाड़ी करणु घाटा कु सौदा ह्वैग्यें। जिमदारू थैं बचौंणा क दरकार च पर सरकार चुप च।