मुख्यमंत्री धामीन चिंतन शिविर मा भाग ल्यें अर बोलि हमथैं असान, समाधान अर खुसी कु मंतर पर काम करण प्वाड़ळु

मसूरी: लाल बहादूर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी मसूरी मा आज तिन दिनकु चिंतन शिविर सुरु ह्वै ग्यायी। आज पैलि दिन चिंतन शिविर मा मुख्यमंत्री धामीन भाग ल्यें।

चिंतन शिविर मा मुख्यमंत्री न बोलि कि चिंतन शिविर उत्तराखण्ड क सबि बातु फर ध्यान देकि उर्यें जाणु च। चिंतन शिविर मा उन्न उत्तराखण्ड क विकास खूंणि आण वळा 5 से 10 सालकु खाका त्यार कर्यें जालु। चिंतन शिविर मा प्रदेस थैं आर्थिक रूप मा कटकुटु बणौंणा, जीडीपी थैं अगनैं बढ़ौंणा क प्रदेस क रैवासियों कि जिन्दगी थैं कनकैकि औरि अच्छु बण्यें जै सकदू ऐ बारा मा विचार कर्यें जालु।

ऐ मौका फर मुख्यमंत्री धामी न बोलि हमथैं अच्छु से अच्छु काम करणा क आदत डाळणि प्वाड़लि। अर 10 से 5 साल वलि संस्कृति थैं छोड़िक भैर आणा प्वाड़ाळु। उन्न बोलि कि हमथैं असान, समाधान अर खुसी कु मंतर पर काम करण प्वाड़ळु।

उन्न बोलि कि 2025 तक प्रदेस थैं अग्वाड़ि प्रदेस बणौंणा खूंणि हमथैं काम करण प्वाड़लु।

मुख्यमंत्री न बोलि बल पर्यटन, योगा, हाइड्रो पॉवर अर बागवानी जन तोक छन, जैमा अबि बौत उमेद छन। उन्न बोलि कि जिलों कु दौरा मा मिन या आदत बण्यें कि सुबेर 6.00 बटि 8.00 बजि तक वखक रैवासियों क दगड़ सेवक क तरौं बात कैकि उ सै सरकारि क योजनों क बारा मा जाणकारि लिन्दु।

मुख्यमंत्री न बोलि कि अफसरु अर मंत्रियों थैं बगत-बगत मा प्रदेसाक दूर दराज इलाकों मा बासा रैंण खूंणि जाण चैंद, जै से वखकु विकास ह्वै सक्यां।

मुख्यमंत्री न बोलि कि पैलि लखनौ बटि प्रदेस क विकासा क योजना बणदि छायीं अब देरादूण मा यु काम हूंण च। उन्न बोलि मि इन्न नीं चान्दु बल देरादूण मा बैट्ठी कि प्रदेस क विकास योजना बण्यें ज्यां, उन्न बोलि क प्रदेस विकास योजना दूर दराज इलाकों मा जै कि बण्यें जाण चैंदन अर या खूंणि अफसरु थैं जिम्मेबरि दियें जाण चैंद।

मुख्यमंत्री न बोलि कि अधिकारियों कु काम कु मूल्यांकन कर्यें जालु।

मुख्यमंत्रीन बोलि चिंतन शिविर क दगड़ा दगड़ि हमथैं प्रदेसा क विकास क बारा मा भि परवा करणि प्वाड़ळि कि कनकै कि प्रदेस थैं अग्वाड़ि कु राज्य बण्यें ज्यां।

मुख्यमंत्री धामीन बोलि बल ऐ चिंतनान अमृत जरूरी निकळालु अर अमृतन उत्तराखण्ड अगनैं बढ़ळु।

मसूरी मा उर्यूं तिन दिनकु ऐ चिंतन शिविर मा प्रदेसा क सबि जिलों क जिलाधिकारी, सचिव अर अधिकारी भाग लिंणा छन।

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