छावला गैंगरेप, मुख्यमंत्री धामीन बोलि कि इंसाफ खूंणि करला कोसिस
देरादूण। दिल्ली छावला मा साल 2012 मा ह्वै गैंगरेप क मामला मा ब्याळि सुप्रीम कोर्टन फैसला दे याली। ऐ मामला मा सुप्रीम कोर्टन हाई कोर्टक फैसळा बदलि दे, हाईकोर्टन तिन्या आरोपियों थैं फांसिक सजा दे छायीं। सुप्रीम कोर्टन तिन्या आरोपियों थैं छ्वड़ना (बरी) कु आदेश दे याली।
ऐ मामला मा बोलि उत्तराखण्डा क मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामीन बोलि कि सुप्रीम कोर्टन जु फैसला कायीं, वैका बारा मा उन्न बोलि उन्न केस थैं दय्खण वलि वकील चारु खन्ना अर केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू क दगड़ बात कायी। मुख्यमंत्रीन बोलि कि पीड़िता प्रदेसाक हि ना बल्कि सर्या देस क नौनि च अर वींथैं इंसाफ दिलौंणा खूंणि हम अपड़ि तरफ बटि पूरि कोसिस करला।
उत्तराखण्ड क पैल्यक मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावतन ऐ मामला मा बोलि कि दिल्ली हाईकोर्ट न तिन्या आरोपियों थैं फांसिक सजा सुण्यें छायीं लेकिन सुप्रीम कोर्टन जु फैसळा सुण्यें वु बौत पिड़ा देंण वळु च। उन्न बोलि कि सुप्रीम कोर्ट कु फैसळा न ज्यू मा बौत सवाल खड़ा हूंणा छन अर इन्न मा इंसाफ खूंणि कख जाण? उन्न बोलि कि ऐ मामला मा दुबरा सूण्यें हूंणि चैंद। उन्न बोलि की उंकी सरकार से विनती च अर मुख्यमंत्री न सुरुवात भि कै याली।