कद अर तागता क हनक
इन्नु लगणु च कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या थैं बार बार छ्वी-बथौं मा रैंणा क आदत च या इन्न ब्वलें जै सकदु कि विवाद रेखा आर्या क अगने-पिछने चलणा रैंदन।
कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या न अपड़ा घार बरेली, उत्तरप्रदेस पूजा पाठ कु उर्यूं कार्यक्रम मा, अपड़ा विभागाक अफसरू अर कर्मचारियों थैं न्यूतेणा कु विवाद अबि खतम भि नि ह्वै छायीं बल रेखा आर्याकु एक हैंकु आदेश न प्रदेस क सियासत मा घमाचूर मच्यें दें। रेखा आर्या कु दूसरू आदेश अपड़ा विभाग क कर्मचारियांे अर आगंनबाड़ी कार्यकत्रियों खूंणि कि अपड़ा नजीक मंदिर मा जैकैकि शिवजी पर पाणि चड़ौंणा कु अर यांकी फोटो खिंचिंक मेल या फिर वाट्सऐप पर भेयज्णा खूंणि आदेश दे छायीं।
अबि द्विया आदेशों पर छ्वीं बथौं कु कुईं मतबल त नि च। किलै बल रेखा आर्या कु शिव जी मा पाणि चड़ौणकु उर्यूं कार्यक्रम भि सुखि सन्ति निपटि ग्यें। पर रेखा आर्याक दियां सरकारि आदेश अपड़ा पिछने बौत सर्या सवाल छोड़िग्यें।
काबीना मंत्री रेखा आर्य न ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ योजना थैं बढ़ौणा खूंणि कांवड़ जातरा निकलणा कू फैसला ल्यें। ऊंकू संकल्प छायीं, शिव कु मैना मा, शक्ति कु संकल्प।’ चिट्ठी मा मंत्री न अपड़ा निस काम करण वलौं थैं अपड़ा नजीक मंदिर मा जैकैकि शिवजी पर पाणि चड़ौंणा कु अर यांकी फोटो खिंचिंक मेल या फिर वाट्सऐप पर भेयज्णा खूंणि आदेश दे छायीं। अब सवाल यों च कि मंत्री इन्न आदेश कन्न कैकि दे सकदन। जब हमर देस मा मनखियों क अपड़ा-अपड़ा धर्म छन, अर हर धर्म मा अपड़ा-अपड़ा हिसाब से पूजा करणा कु सगोर (तरीका) छन।
अब जरा हमथैं एनसीआरबी आंकड़ों थैं बि देय्खण चैंद। आंकड़ा हमथैं बताणा छन बल पाड़ क प्रदेसु मा उत्तराखण्ड हत्या, रेप क मामला मा पैलु नम्बर पर च। एनसीआरबी क आंकड़ा बतौंणा छन कि कोरोना काल 2020 लॉकडाउन मा भि उत्तराखण्ड मा अपराध कम नि ह्वै बल्कि द्वीगुणा बण्ग्यिें। या च हमरि असलि समस्या?
रेखा आर्या कु संकल्प ‘मुझे भी जन्म लेने दो बौत अच्छु च पर मंत्री जी जन्म लिंण वलि नौनी से पैलि हमथैं अपडु प्रदेस उत्तराखण्ड मा हत्या, रेप क मामला थैं खतम करणा पर काम करण चैंंद। सवाल यौं भि च क्या मंदिर मा जैकैकि शिवजी पर पाणि चड़ौंणा अर यांकी फोटो खिंचिंक मेल या वाट्सऐप फर भेजिकि नौनियों थैं बच्यें जै सकदु? पैलि हमथैं हत्या अर रेप क मामला मा अपिड़ नौनीयूं थैं हत्या अर रेप करण वला भेड़ियों से बचौंणा प्वाड़लु। हमथैं यां खूंणि काम करणा प्वाड़लु, तबि हम शिवजी कु मैना सौंण मा शक्ति क संकल्प थैं पूरू करै सकदौं।
रेखा आर्या शिवजीक भक्त ह्वै कसदि यां फर कैथैं भि कुईं ऐतराज नि च लेकिन सरकारी चिट्ठी मा यू आदेश क शिवजी मा पाणि चढ़ै कि यांकि फोटा खिंचिंक मेल या वाट्सऐप का भेज्यां या बात कैकि गौला बटि निस नि जाणि च।
उन्न भि रेखा आर्या विवाद मा रैंणा क आदत च। पिछलि सरकार मा रेखा आर्य राज्य मंत्री छायीं तबरि भि रेखा आर्या क अपड़ा विभाग मा अफसरू क दगड़ा कै बार तकरार ह्वै। तकरार इतगा जादा छायीं कि कतगा हि अफसरून ऊंका दगड़ मा काम करणल मना कैरि दे छायीं।
अबरि क धामी सरकार मा रेखा आर्या कैबिनेट मंत्री छन, त ऐ बगत रेखा आर्या क ताकत अर कद द्वीया बढ़िग्यीं। सैद ईं कारण च कि अपड़ा बढ़यां कद अर तागत क हनक क कारण हि रेखा आर्या बढ़ा विवादु मा रैंण चाणि च। रेखा आर्या क पूजा पाठ कु उर्यूं कार्यक्रम मा अपड़ा विभागाक अफसरू अर कर्मचारियों थैं न्यूतणु अर नजीक मंदिर मा जैकैकि शिवजी पर पाणि चड़ौंणा कु अर यांकी फोटो खिंचिंक मेल या फिर वाट्सऐप पर भेयज्णा क जन्न सरकारि आदेश रेखा आर्या के कद अर तागत थैं हि बतौंणा छन।
सवाल मंत्री रेखा आर्या पर भि छन, आखिर क्या कन हमन इन्न मंत्री कु?अर इन्न सरकारी आदेश कु?
जै फर मंत्री हि ब्वनि च बल हमन जोर जबरदस्ती नि कायी कि जैकि इच्छा च वु आदेश कु पालन कर्यां अर जैकि इच्छा नि च उ नि कर्या, हमन कै पर जोर नि कायी।
अर या रेखा आर्य क हनक हि च बल ‘मिन कैक कन्दुण मा बन्दूक नि धरयीं च, जै थैंं आणा ह्वालु ऐ सकदु।’ अब माननीय क ईं भाषा थैं क्या ब्वलें जै सकदु। जी हजूर! या फिर . . .?
फैसला आपाकु च, बल आप क्या स्वचदौं?