घसेरियों क घास लुछण पर यूकेडी ठरठरो (नाराज)
चमोली। चमोली जिला के हेलंग मा बोण बटि घास लेकैकि आणि घसेरियों क दगड़ मा पुळिस अर सीआईएसएफ क कारवै से ठरठरू (नाराज) उत्तराखण्ड क्रांति दलन उ फर कारवैं करणा क मांग कायी।
यूकेडी न ऐ मामळा मा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, मानवाधिकार आयोग अर राज्य महिला आयोग थैं चिट्ठी लेखिकि कारवैं करणा के मांग कायी।
https://youtu.be/LtXwzr35uso
यूकेडी के केन्द्रीय मीडिया प्रभारी शिवप्रसाद सेमवालन बोलि कि एक तरफ सरकार लोक त्योवार हरेला थैं मनौंणि च अर दुसर तरफ ऐ मौका फर जब मुख्यमंत्री धामी विकास अर पर्यावरण क पलड़ों थैं बराबर बणाणा के छुईं करणा छन अर दूसर तरफ चमोली जिला मा घसेरियों कु घास लुच्छयेंणु च।
शिव प्रसाद सेमवाल न बोलि कि यां से प्रदेस मा पलायन औरि बढ़ाळु अर प्रदेस क रैवासियों थैं गौं छोड़िक बूण (शहर) मा जाण खूंणि मजबूर हूंण प्वाड़ळु। उन्न बोलि कि एक तरफ सरकार विकासा नौ फर बिना स्वच्याँ डाळों थैं कटणि च त दुसर तरफ गौं क ब्यटूळों कु हकु थैं भि लुच्छणिं च।
शिव प्रसाद सेमवालन बोलि कि अगर पाड़ मा ब्यटूळों क दगड़ मा इन्ना अकुल्याट (गलत व्यवहार) हूंणू राळु त यूकेडी यांका खिलाफ विरोध दिखौण (प्रदर्शन) कारलि।
पुलिस अर सुरक्षाबळु क ऐ बरताव पर यूकेडीन अपड़ि नराजगि जतै अर कारवैं क मांग कायी।
शिव प्रसाद सेमवालन बोलि कि एक तरफ त सरकार घसियारी योजना चलौंणा क छुईं लगौंणि च अर दूसर तरफ घसेरियों क मुण्ड बटि घास थैं लुछणा कु काम करणि च। उन्न बोलि कि यू ब्यटूळों क बेजति च अर यूकेडी ब्यटूळों क बेजति थैं औरि नि सै सकदि।
उन्न बोलि कि पाड़ मा अब बस गोर भैंसा हि कमै (कमाई) क सादन छन। गौं मा खेती बाड़ी बान्दर अर सुंगरू न पैळि हि खतम कैरि याली अर अब पुलिस भि घसेरियों क मुण्ड बटि घास लुछणिं च।
शिव प्रसाद सेमवाल न बोलि कि एक तरफ भैर क मनखि हमर पाड़ मा गाड़-गदेरों अर बोण थैं ऐंठण (कब्जा करना) कु काम करणा छन, अर बोण बटि जड़ी बूटी अर डाळा ब्वाटों अर बोण मा शिकार करणा छन, उथैं कुईं कुछ भि नि ब्वळुण च अर गौं मा रैंण वळा रैवासियों के हक थैं लुच्यैं जाणु च।
उन्न बोलि कि हर साल आग मा अरबों रुप्यों क बोण जैलि जन्दिन पर कै भि जिम्मेबार मनखि पर कुईं कारवैं नि हूंद अर घास कटण वलि घसेरि कु चालान करैं जाणु प्रदेसक ब्यटूळों क बेजति च।
शिव प्रसाद सेमवालन बोलि कि एक तरफ चीन अपिड़ केर (सीमा) मा गौं थैं बसाणु च अर ऊंथैं सब्यां सुविधा देंणु च अर दूसर तरफ हम ब्यूटलों क दगड़ मा इन्न बरताव करणा छा। उन्न बोलि कि प्रदेस क केर क गौं मा इन्न ह्वाळु त गौं खाली ह्वै जाला। उन्न बोलि कि इन्न बल ब्यटूळों के दगड़ इन्न बरतौं करैकि उत्तराखण्ड सरकार अंग्रेज अर मुगलौं क दमन से भि अगनै निकळि ग्यायी।