उत्तराखण्ड मा बण्यें जालु नाथ सर्किट : महाराज

उत्तराखण्ड अर उत्तरप्रदेस क बीच मा संपति क जतगा भि मामला छुट्यां छायी उ सब्यों क निपटारौ ह्वै ग्यायी।

द्वीय प्रदेस मिलिक टूरिज्म थैं अगने बढ़ाला। या बात उत्तराखण्ड क पर्यटन धर्मस्व अर संस्कृति मंत्री सतपाल जी महाराज न हरद्वार मा 43.27 करोड़ रूप्यों से बण्यीं भागीरथी पर्यटक आवास गृह क लोकार्पण कार्यक्रम मा बोलि।

महाराजन भागीरथी पर्यटक आवास गृह पर खुस जतै अर ब्वाल कि यां से चारधाम अर देवभूमि क जात्रा पर आणा वला श्रद्धालुओं थैं बौत फैदा ह्वालु। उन्न बोलि बल भाजपा तीन इंजनु क सरकार मा उत्तराखण्ड अर उत्तर प्रदेस क बीच मा जतगा भि संपति क बटवारू नि ह्वै छायी ऊंकू उंकु निपटारौ ह्वै ग्यायी।

पर्यटन धर्मस्व अर संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज न बोलि कि उत्तर प्रदेस अर उत्तराखण्ड मिलि कैकि पर्यटन के क्षेत्र मा काम कारला। उन्न बोलि कि उत्तराखण्ड मा रामायण सर्किट द्रोणगिरी पर्वत आन्द। जख बटि हनुमान जी संजीवनी बूटी लीं अर लक्ष्मण कु ज्यू बचें। उन्न बोलि हमर यख भरत मंदिर, रघुनाथ मंदिर च। जख भगवान राम के मूर्ति अर जानकी धाम च। यांक अलावा महाभारत सर्किट क बौत बडु भाग उत्तराखण्ड मा च। अल्मोड़ा के नजीक पुरणि लखुडियार च। जख 5000 साल पुरणि केव पेंटिंग क उड्यार छन। या से या बात साबित ह्वै जांदा कि उत्तराखण्ड क संस्कृति बौत पुरणि च।

उन्न बोलि कि उत्तराखण्ड मा जन योगी जी न अपड़ा गुरूजी के मूर्ति कु अनावरण कायी वै थैं देखिक हम नाथ सर्किट भि बणाणा छौ। उन्न बोलि बल जख जख गुरू गोरखनाथ जी न तपस्या कायी अर जख ऊंका उड्यार (गुफा) छन ऊथैं जोड़ि कैकि नाथ सर्किट बण्यें जालु।

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