सत्ता क रस्याण च कि जाणा क नौ न लीणिं च
2022 विधानसभा चुनौं मा से पैलि हरीश रावत ब्वना छायी कि ‘हरीश रावत मुख्यमंत्री बणालु नतर राजनीति छ्वोड़िक घार मा बैट्ठलु’। 2022 विधानसभा चुनौ मा हरीश रावत चुनौं हारि ग्यीं अर कांग्रेस पार्टी भि चुनौं मा हारि ग्यें। यां से पैलि हरीश रावत 2017 विधानसभा चुनौं मा द्वी जगा हरिद्वार ग्रामीण अर किच्छा बटि चुनौं मा हारि ग्यें छायीं। 2022 चुनौं का बाद राजनीति जणगुरूवों मा या छुईं बत्था हूंणि छायी कि अब हरीश रावत अब अपड़ा घौर मा बैट्ठला लेकिन इन्नों नि ह्वै साकि। अर हरीश रावत लगातार कभि सोशल मीडिया त कभि घाम मा बैट्ठि की जनमुद्दों पर लगातार अपिड़ लडै़ं लड़णा छन।
अब सियासी सवाल यों च कि क्या हरीश रावत क जिकुड़ि मा मुख्यमंत्री की कुर्सी थैं पाणा कु मुच्छयाळु अभि भि जग्यूं च? या फिर या 2027 विधानसभा चुनौं या 2024 मा हूंणि वला लोकसभा चुनौं क तय्यरि च? हरदा ईं उमर मा जन्न टकटुकु ह्वैकि राजनीति करणा छन वे सै या बात साफ ह्वै जान्द कि हरीश रावत अभि तक अपिड़ हार थैं नि पचैं सक्यें। अर अभि ऊंकु राजनीति बटि जु (दिल) नि भवरें।
या बात सै च हरीश रावत कांग्रेस हि न बल्कि उत्तराखण्डैं राजनीति मा एक बौत बड़ु नौ च। लेकिन यों बि उतगा हि सच च कि प्रदेस क जनता न हरीश रावत थैं एकदा न बल द्वी दा नापंसन्द कैरि द्यायी। हरदा ईं बात थैं हि नि समझि सकणा छन। या बात सै च कि हमर यख राजनीति हि इन्न जगा च जख न त कुई उमर च अर न कुई शिक्षा के योग्यता। ईं वु बडु़ कारण च हरदा न त राजनीति मा बुढ्यां हूंणा छन अर न रिटैर। हरदा थैं अब या बात समझाण चैंद अर कुर्सी क रस्याण थैं पाणा खूंणि अब लारू नि टपकाण चैंद। हरदा थैं अब पिछने रैकैकि अगने के राजनीति करण चैंद। कै नैं मुखड़ि थैं अगनै कैकि पार्टी थैं दुबरा कटकुटु करण चैंद।
अब हरदा क्या चाणा छन यू त भविष्य क लद्वड़ा मा च। लेकिन हरदा क या बात कि ‘हरदा वु नाैं च जू ब्लाक क राजनीति बटि केन्द्र मा मंत्री अर प्रदेस कु मुख्यमंत्री बणि’ आखिर क्या मतलब च? क्या हरदा पार्टी मा यू संदेश देंण कोसिस करणा छन कि राजनीति ताल बटि शुरू कारा न कि सीधा टुक्कू मा चढ़ना कोसिक कारा। कबि इन्न लगणु च कि हरदा क जिकुड़ि बटि मुख्यमंत्री क कुर्सी क रस्याण अबि जाणा क नौं हि नि लीणिं च। लेकिन या बात सै च कि हरदा एकुड्यां रैकैकि पार्टी से अलग हि लक्ष्य मा लग्यां छन।