उत्तराखंड में तेज आंधी से फसल बर्बाद!
देहरादून: मौसम विभाग की चेतावनी सही साबित हुई। आधी रात के बाद से उत्तराखंड के विभिन्न जनपदों में तेज हवाएं चली। इस दौरन कई स्थानों पर बिजली भी गुल रही। साथ ही आम, लीची आदि की फसल भी बर्बाद हो गई। गरज के साथ बारिश होने पर लोगों को गर्मी से भी राहत मिली।
उत्तराखंड में मौसम के मिजाज में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहे हैं। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के लिए उत्तराखंड के लिए चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग के निदेशक विक्रम सिंह के अनुसार प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में 60 से 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से अंधड़ चल सकता है। इसके अलावा कहीं-कहीं 85 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार ओले भी गिर सकते हैं।
यह चेतावनी सच निकली। गढ़वाल मंडल के पर्वतीय जिलों के साथ ही कुमाऊं मंडल के कुछ जनपदों में रात के बाद से ही बारिश शुरू हो गई। इस दौरान तेज हवाएं चली। इस दौरान हरिद्वार, देहरादून समेत कई जनपदों में बिजली भी गुल रही। हरिद्वार में तेज बारिश और हवाओं के चलते धनौरी-बिहारीगढ़ मार्ग पर पेड़ टूटने से यातायात भी प्रभावित हुआ्र।
कुमाऊं में अल्मोड़ा, भीमताल, नैनीताल, काशीपुर, बाजपुर, बागेश्वर, पिथौरागढ़ आदि स्थानों पर भी तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। हल्द्वानी में तेज आंधी के साथ ही ओले भी गिरे। इससे तापमान में गिरावट आ गई। साथ ही तीन दिन से हो रही गर्मी से राहत भी मिली। तेज हवाओं से आम, लीची को भी नुकसान पहुंचा।
पिथौरागढ़ में नगर के मध्य कुमौड़ के पास हाईवे पर पेड़ गिरने से टनकपुर-तवाघाट मार्ग बंद हो गया। पेड़ की चपेट में आने से एक कार और बाइक भी क्षतिग्रस्त हो गई। निकट ही व्यापार संघ अध्यक्ष शमशेर सिंह के मकान का एक हिस्सा भी इसकी चपेट में आने से क्षतिग्रस्त हो गया।
आसमानी बिजली से ससुर और बहू झुलसे
गैरसैंण विकासखंड के माईथान क्षेत्र में आसमानी बिजली की चपेट में आकर ससुर और बहू झुलस कर घायल हो गए। घटना गुरुवार देर सांय की है। करीब आठ बजे मकान में बिजली गिरने से 60 वर्षीय गोविन्द राम व उनकी पुत्रवधू गंगा देवी गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गैरसैंण में उपचार किया जा रहा है।